शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने वाले निवेशकों के दिल में हमेशा डर और लालच बना रहता है। म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के कई केटेगरीज में से एक केटेगरी है बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF)। लोग ज्यादातर कहते हैं कि हमेशा सस्ता लो, महंगा बेचो लेकिन अधिकतर इसके उल्टा होता है। निवेशकों को यह समझ नहीं आता कि कब खरीदें और कब बेचें। कई बार यह समस्या भी होती है कि अगर शेयर बाजार में फायदा मिला भी तो फिर उसे कैसे और कहां निवेश करें। ऐसे में निवेश करने के कई सुरक्षित विकल्प हैं जहां आपको नुकसान की संभावनाएं बहुत ही कम हैं।
शेयर बाजार में खरीदना बेचना और पोर्टफोलियो रिबैलेन्सिंग के लिए बैलेंस्ड एडवांटेज फंड म्यूचुअल फंड की ऐसी कैटेगरी है जिसमें सभी पहले से तय नियमों के आधार पर होता है। इसमें जब मार्केट चढ़ता है तब बैलेंस्ड एडवांटेज फंड म्यूचुअल फंड शेयर बेचते हैं जिससे निवेशकों को नुकसान होने की गुंजाईश कम होती है। जब शेयर बाजार गिरता है तब बैलेंस्ड एडवांटेज फंड म्यूचुअल फंड शेयर खरीदते हैं। हालांकि सभी बैलेंस्ड एडवांटेज फंड म्यूचुअल फंड (BAF) की स्ट्रेटेजी एक जैसी नहीं होती हैं। स्टॉक बहकने के मामले में उनमें समानता हो सकती है। इसका असर उनके परफॉरमेंस पर पड़ता है।
पिछले दो सालों में बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) में निवेशकों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है। पिछले साल दिसंबर में इस फंड में 3,793 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट आया था। यह इक्विटी-ओरिएंटेड और हाइब्रिड फंड्स में दूसरा सबसे ज्यादा है। साल 2021 में (बैलेंस्ड एडवांटेज फंड) BAF का एसेट अंडर मैनेजमेंट 71,587 करोड़ रुपये बढ़ गया है। पिछले साल जब शेयर मार्केट में गिरावट दर्ज की गई थी तब HDFC बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में 8.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। वहीं इन्वेस्को डायनेमिक इक्विटी फंड और एडलवाइज बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में करीब 5-5 फीसदी की गिरावट आई थी।