ICC Women World Cup Final: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने रविवार (2 नवंबर, 2025) को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर यह खिताब अपने नाम किया। इस जीत पर न सिर्फ भारत बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान से भी रिएक्शन आए।
रमीज राजा ने क्या कहा?
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा ने एक वीडियो में कहा, 'भारत ने एक बार फिर दिखाया है कि वे इतनी महान टीम क्यों हैं क्योंकि उनका कॉम्बिनेशन सॉलिड है। उनका परफॉर्मेंस सॉलिड है। वे शांत रहे। यह कोई मुश्किल स्थिति नहीं थी। यह भारत की सफलता का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू है। वे एक-दूसरे की कंपनी को एन्जॉय कर रहे हैं, और नतीजे सबके सामने हैं। यह किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए एक सबक है: यह मत भूलो कि आप क्रिकेट क्यों खेलते हैं। हम सभी ने क्रिकेट इसलिए खेला क्योंकि हम इसे प्यार करते हैं, हम इसके लिए पैशनेट हैं। हम इस खेल का आनंद लेते हैं।'
शोएब अख्तर ने क्या कहा?
पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारतीय महिला टीम की जीत पर कहा, 'जीत के लिए भारत को बहुत-बहुत बधाई। भारतीय लड़कियों ने बहुत अच्छा खेला और वे जीत की हकदार थीं। उन्होंने लोगों को जश्न मनाने का मौका दिया। टीम इंडिया की बॉलिंग और बैटिंग भी बहुत अच्छी थी। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वे सही एटीट्यूड के साथ मैदान पर उतरें।' शोएब अख्तर ने आगे कहा, 'मुझे यह पसंद आया कि टीम इंडिया ने शानदार जीत हासिल की। वे बहुत प्रोफेशनल हो गई हैं। उन्होंने खुद पर बहुत इन्वेस्ट किया है।'
52 साल का सूखा खत्म
भारत ने शेफाली वर्मा और दीप्ति शर्मा के हरफनमौला खेल से महिला आईसीसी वनडे विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर पहली बार इस खिताब को जीत कर इतिहास रच दिया. शेफाली ने इनिंग का आगाज करते हुए 78 गेंद में 87 रन की धुआंधार पारी खेली. इसके बाद अपनी स्पिन गेंदबाजी से सुने लुस और मारिजान काप 4 रन बनाने वाली अनुभवी बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई. बीच के ओवरों में विकेटों के पतन के बीच 58 गेंद में 58 रन का योगदान देने वाली दीप्ति ने लगातार दूसरे मैच में शतक जड़ने वाली दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट (101) सहित पांच विकेट झटकर मैच का पासा पलट दिया.
भारत ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सात विकेट पर 298 रन बनाने के बाद दक्षिण अफ्रीका को 246 रन पर रोककर इस टूर्नामेंट के इतिहास में 52 साल के सूखे को खत्म किया. वोल्वार्ड्ट 41वें ओवर तक एक छोर से डटी रही लेकिन दूसरे छोर से लगातार विकेट के पतन से जरूरी रनगति बढ़ने से दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर दबाव हावी हो गया.