Diwali 2025: दीपों और खुशियों का पर्व दिवाली हर साल कार्तिक अमावस्या पर मनाया जाता है। यह दिन बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर घर-आंगन से लेकर मंदिरों को दीपों की रोशनी से रौशन करते हुए मां लक्ष्मी व भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि दीपावली हर व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि, नई ऊर्जा और खुशियों का संचार करती हैं। यही कारण है कि इसे केवल एक पर्व नहीं बल्कि पांच दिनों तक चलने वाला भव्य उत्सव कहा जाता है। इसका प्रारंभ धनतेरस से होता है और भाई दूज तक बना रहता है। इस बार दिवाली पांच दिवसीय उत्सव कब से प्रारंभ होगा। चलिए जानते है।
इस दिन है छोटी और बड़ी दिवाली
इस साल 19 अक्तूबर 2025 को छोटी दिवाली मनाई जाएगी। इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है। इस दिन शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर यम देव के लिए चार मुखी दीपक जलाया जाता है। इसके अलावा घर की सकारात्मक ऊर्जा के लिए दीप दान करने का भी विधान है। हर साल कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाई जाती है। इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्तूबर दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होगी। इस तिथि का समापन 21 अक्तूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर है। चूंकि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन सूर्यास्त के बाद किया जाता है, इसलिए इस साल दिवाली 20 अक्तूबर 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
ये है भाई दूज की तिथि
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज मनाया जाता है। इस वर्ष इस तिथि का प्रारंभ 22 अक्तूबर 2025, को रात 08 बजकर 16 मिनट पर होगा। इसका समापन 23 अक्तूबर 2025, को रात 10 बजकर 46 मिनट पर है। ऐसे में 23 अक्तूबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा। इसके अलावा इस दिन दोपहर 01 बजकर 13 मिनट से 03 बजकर 28 मिनट तक तिलक का शुभ मुहूर्त रहने वाला है।