पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा भारत में सिखों के महफूज न होने संबंधी की गई टिप्पणी पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए जत्थेदार साहिब से अपील की है कि वे अकालियों पर केंद्र के सत्ताधारी गठजोड़ के साथ सभी नाते तोड़ने के लिए दबाव डालें।
मुल्क में अल्पसंख्यकों के बीच सुरक्षा की भावना को यकीनी बनाने में केंद्र सरकार नाकाम रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भले ही वह खुद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार साहिब के इस कथन से सहमत नहीं हैं कि भारत में सिख सुरक्षित नहीं हैं लेकिन यदि जत्थेदार इस बात को महसूस करते हैं तो उन्हें यह मामला शिरोमणि अकाली दल के पास उठाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जत्थेदार साहिब अकालियों को केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार से गठजोड़ का संबंध तोड़ने के लिए कहें।
नागरिकता संशोधन एक्ट के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल की पाखंडबाजी का जिक्र करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अकालियों को कहा कि वह ऐसे मामलों पर दोहरे खेल खेलने की बजाय भारत में अल्पसंख्यकों से संबंधित मामलों पर स्पष्ट स्टैंड लें। उन्होंने कहा कि अब वह समय आ गया है कि उनको यह एहसास हुआ है कि वह केंद्र में गठजोड़ का हिस्सा बने रहना जारी नहीं रख सकते क्योंकि केंद्र सरकार मुल्क में अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में नाकाम रही है परंतु फिर भी इन अल्पसंख्यकों के रक्षक होने का दावा करते हैं।