दिल्ली (Delhi) के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र (Gokulpuri) के गोकुलपुर गांव (Gokulpur village) में शुक्रवार देर रात अचानक से आग लग गई। इस हादसे में करीब सात लोगों की मौत हो गई, जिनमें पांच लोग एक ही परिवार के सदस्य थे। इस आग में 60 झोपड़ियां को जलकर राख कर दिया। इस पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने घटना पर दुख व्यक्त किया। वहीं गोकलपुरी क्षेत्र में फॉरेंसिक टीम जांच के लिए पहुंची।
CM केजरीवाल ने किया घटनास्थल का दौरा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटनास्थल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने यहां एक कार पर खड़े होकर सभी पीड़ितों से एक साथ बात करते हुए मुआवजे का एलान किया। इतना ही नहीं उन्होंने घोषणा की है कि हादसे में मरने वाले वयस्कों के परिजनों को करीब 10 लाख रुपये और बच्चों के परिजनों को 5 लाख रुपये और प्रत्येक पीड़ित के पुनर्वास के लिए 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मामूली रूप से घायल लोगों के उपचार के लिए 20 हजार रुपये मुआवजे देना का भी ऐलान किया गया है।
एक ही परिवार के पांच लोगों की हुई मौत
घटना में एक ही परिवार के जिन पांच लोगों ने अपना जान गवाईं है, उनमें बबलू, बेटा शहंशाह, बहन रेशमा, भाई रंजीत और भाभी प्रियंका शामिल हैं। मरने वाले सभी लोग मूल रूप से उन्नाव जिला के शफीपुर तहसील क्षेत्र के रहने वाले थे। वे सभी यहां रहकर अपना जीवन-यापन कर रहे थे। इस घटना में करीब 150 लोगों के आशियाने जल कर राख हो गए, उनके सिर से छत छिन गई है। अब उन्हें दूसरी अस्थायी कैंप बनाकर वहां भेजा जाएगा।
उत्तर पूर्वी दिल्ली (North East Delhi) के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त का कहना है कि गोकलपुरी थाना क्षेत्र में रात लगभग एक बजे आग लगने की सूचना सामने आई। मौके पर तत्काल बचाव दिल की टीम उपकरणों के साथ पहुंची। उन्होंने बताया कि हमने दमकल विभाग से भी संपर्क किया, जिसने तेजी से कार्रवाई की और सुबह चार बजे तक आग पर काबू पाया। इस दौरान पता चला की सात लोगों की मौत हो गई है।
वहीं, उत्तर पूर्वी दिल्ली की जिला अधिकारी गीतिका शर्मा ने बताया कि हादसे में बेघर हुए लोगों के लिए कुल 33 अस्थायी कैंपों का निर्माण किया जाएगा। राहत कार्यों के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) के एक सामुदायिक केंद्र को लिया गया है।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक, उन्होंने मौके से बुरी तरह जले हुए सात शव बरामद किए, जिनकी शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। देखने से ऐसा लग रहा है कि घटना के दौरान ये लोग सो रहे थे और आग के तेजी से फैलने के कारण इन्हें भागने का मौका नहीं मिला।