कोरोना संकट को देखते हुए मोदी सरकार ने करीब 21 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था. देश के सामने इस पैकेज का ब्यौरा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रख चुकी हैं. अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है. इस कटौती के बाद आरबीआई की रेपो रेट 4.40 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो गई है. इसके साथ ही लोन की किस्त देने पर 3 महीने की अतिरिक्त छूट दी गई है. मतलब कि अगर आप अगले 3 महीने तक अपने लोन की ईएमआई नहीं देते हैं तो बैंक दबाव नहीं डालेगा.
आरबीआई गवर्नर की बड़ी बातें
- पहली छमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 2020-21 में निगेटिव रहेगी. हालांकि साल के दूसरे हिस्से में ग्रोथ में कुछ तेजी दिख सकती है.
- रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है
- लॉकडाउन से आर्थिक गतिविधियों में भारी गिरावट, छह बड़े औद्योगिक राज्यों में ज्यादातर रेड जोन रहे
- मार्च में कैपिटल गुड्स के उत्पादन में 36 फीसदी की गिरावट
-कंज्यूमर ड्यूरेबल के उत्पादन में 33 फीसदी की गिरावट
-औद्योगिक उत्पादन में मार्च में 17 फीसदी की गिरावट
- मैन्युफैक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट. कोर इंडस्ट्रीज के आउटपुट में 6.5 फीसदी की कमी.
-खरीफ की बुवाई में 44 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है
-खाद्य महंगाई फिर अप्रैल में बढ़कर 8.6 फीसदी हो गई
-दालों की महंगाई अगले महीनों में खासकर चिंता की बात रहेगी
- इस छमाही में महंगाई उंचाई पर बनी रहेगी, लेकिन अगली छमाही में इसमें नरमी आ सकती है
- 2020-21 में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार 9.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज की गई. भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी 487 बिलियन डॉलर का है.
-15,000 करोड़ रुपये का क्रेडिट लाइन एग्जिम बैंक को दिया जाएगा
-सिडबी को दी गई रकम का इस्तेमाल आगे और 90 दिन तक करने की इजाजत