केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूल प्रमुखों और परीक्षा केंद्र अधीक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि कक्षा 10 और 12 के प्रश्न पत्र सिर्फ एक ही भाषा में होने चाहिए चाहे वो अंग्रेजी में हो या हिंदी हो। बोर्ड के मुताबिक प्रत्येक छात्र के लिए प्रश्न पत्र दोनों भाषाओं में प्रिंट करने की जरुरत नहीं है। किसी स्कूल या परीक्षा केंद्र के छात्रों की आवश्यकता के मुताबिक सिर्फ एक ही भाषा, जो कि अंग्रेजी या हिंदी है, को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इस पर बोर्ड ने स्कूलों को एक नोटिस में कहा है कि “कुछ परीक्षा केंद्र प्रश्न पत्रों के अंग्रेजी और हिंदी दोनों संस्करणों को छाप कर रहे हैं और उसके बाद छात्रों को बांटे जा रहे हैं। यह सीबीएसई द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार नहीं है। यह पहले ही कहा गया था कि पहले प्रश्न पत्र का केवल अंग्रेजी संस्करण प्रिंट किया जाएगा और छात्रों को दिया जाएगा। जबकि हिंदी संस्करण का प्रश्न पत्र तभी छपेगा, जब किसी उम्मीदवार को प्रश्न पत्र के हिंदी संस्करण की जरूरत होगी।
सीबीएसई ने कहा, "जहां उम्मीदवारों का माध्यम हिंदी है, वहां परीक्षा केंद्रों को पहले प्रश्न पत्र के हिंदी संस्करण को प्रिंट करना होगा और छात्रों को वितरित करना होगा। जरुरत पड़ने पर ही छात्रों को इंग्लिश प्रश्न पत्र दिया जाएगा।"