प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रविवार को सार्क (SAARC) देशों के साथ कोरोना वायरस पर चर्चा की। इस कॉन्फ्रेंसिंग में पीएम मोदी ने कोरोना से निपटने के लिए चर्चा करते हुए कहा कि इस वायरस को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने इसको लेकर नहीं घबराने की अपील की। इस चर्चा में श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबया राजपक्षे, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी, मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोली, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली शामिल रहे हुए।
सार्क देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि इस विशेष सत्र में शामिल होने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। विशेष रूप से हमारे मित्र, नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने अपनी हालिया सर्जरी के तुरंत बाद हमें ज्वाइन किया है। मैं उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। इस दौरान मोदी ने कहा कि जैसा कि हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं, मैं इस वायरस के प्रसार से निपटने के भारत के अनुभव को संक्षेप में साझा करना चाहूंगा। हमारा मार्गदर्शक मंत्र है- 'तैयार रहें, मगर घबराएं नहीं।'
सार्क देशों के नेताओं से प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर मध्य जनवरी से ही भारत में प्रवेश करने वाले लोगों की जांच का काम शुरू किया था और धीरे-धीरे यात्रा पाबंदी को बढ़ा दिया था। इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि जैसा कि हम सभी जानते हैं COVID-19 को हाल ही में WHO द्वारा महामारी घोषित किया गया है। अब तक,हमारे क्षेत्र ने कोरोना वायरस के 150 से कम मामले सामने आए हैं। लेकिन हमें सतर्क रहने की जरूरत है। हमने विभिन्न देशों से लगभग 1400 भारतीयों को निकाला। हमने अपनी 'पड़ोस पहले नीति’ के अनुसार आपके कुछ नागरिकों की मदद की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम गंभीर चुनौतियों से जूझ रहे हैं। हमें नहीं पता है कि इस महामारी का स्वरूप क्या होगा। हम एक साथ आकर इससे निपट सकते हैं। रणनीति के लिए हमें तैयार रहना होगा। भारत कोरोना वायरस से निपटने के लिए 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर देने के लिए तैयार है।
जानिए किस देश के राष्ट्रपति और पीएम ने क्या कहा...
श्रीलंका
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने कहा कि सबसे पहले मैं अपने अनुभवों, विचारों को साझा करने, चुनौतियों को समझने और उपायों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं। राजपक्षे ने आगे कहा, 'कोरोना वायरस श्रीलंका में भी फैल रहा है। हम विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। हमने कोरोना वायरस से निपटने के लिए महत्पवूर्ण कदम उठाए हैं। श्रीलंका आने वाले लोगों को वापस आने से नहीं रोक सकते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि सामाजिक जुटाव को रोकना होगा। संक्रमण फैलने से रोकना होगा। वही, स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।'
नेपाल
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा, 'सार्क नेताओं को नमस्ते। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहता हूं। हमारा सामरिक सहयोग ही इन चुनौतियों से निपटने के लिए हमें तैयार करेगा। सभी सार्क देशों को सामने आना होगा। हम कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं। हमने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इंटरनेशन एयरपोर्ट पर निगरानी रखी जा रही है। सबकी स्क्रीनिंग कराई जा रही है।'
मालदीव
सार्क सदस्य देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि भारत से सहायता प्राप्त करने के लिए मालदीव भाग्यशाली है। मैं सरकार की तरफ से पीएम मोदी और भारत के लोगों की सराहना करता हूं।
बांग्लादेश
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया, जिन्होंने इस पहल की शुरुआत की। भारत ने वुहान में रह रहे 23 बांग्लादेशी छात्रों का भी रेस्क्यू किया, इसके लिए शुक्रिया।हमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए मजबूत कदम उठाने होंगे. हम लगातार हर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नजर रख रहे हैं। कुल 19 मामले सामने आए थे, जो अब ठीक हैं. यूरोप के 2 केस हमारे पास है। हमने राष्ट्रीय स्तर पर कमेटी गठित की है. हम कैंपेन चला रहे हैं। मेरी पार्टी के सदस्य हर जगह सक्रिय हैं और कोरोना वायरस से निपटने के लिए जागरूकता फैला रहे हैं।'
अफगानिस्तान
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस से निपटने के लिए टेली-मेडिसिन के लिए एक सामान्य ढांचा तैयार करना चाहिए। सीमाओं के बंद होने से भोजन, दवाओं और बुनियादी वस्तुओं की उपलब्धता की समस्या हो जाएगी।
भूटान
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने कहा, 'शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। भूटान नरेश जनता में कोरोना वायरस के प्रति जागरूकता अभियान चला रहे हैं। पूरी दुनिया कोरोना वायरस से एकजुट होकर लड़ रहा है। ऐसे में सार्क देशों का नजदीक आना जरूरी है। हमारा मंत्रालय भी इस मामले पर सक्रिय है। रात-दिन हम अलर्ट मोड पर हैं। सभी संदिग्ध लोगों पर हमारी नजर है। लोगों को अलग रखा जा रहा है।
पाकिस्तान
पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री जफर मिर्जा ने कहा, 'COVID-19 सबसे खतरनाक महामारी बन चुका है। कोरोना वायरस के 155,000 मामले सामने आ चुके हैं। 5,833 लोगों की मौत हो चुकी है। 138 देशों में यह फैल गया है। हमें हर हाल में कोरोना वारयस से निपटने के लिए तैयार होना होगा। हमें इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा।'
जफर मिर्जा ने बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रख रहे हैं। एयरपोर्ट और बंदरगाहों पर नजर रखी जा रही है। स्क्रीनिंग की जा रही है। सामूहिक जुटाव पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है।' वही, इस बैठक में ही पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया। पाकिस्तान ने कहा कि जम्मू और कश्मीर से सभी प्रतिबंध हटने चाहिए, कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह जरूरी है।