गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले देश के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। इस बार पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए समाज के क्षेत्र में काम करने वाली कई हस्तियों को चुना गया है। 1984 की भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों के लिए कार्य करने वाले कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा, समेत मोहम्मद शरीफ, तुलसी गौड़ा और मुन्ना मास्टर सहित 21 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है।
1984 के भोपाल गैस त्रासदी पीड़ितों के हक की लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। 14 नवंबर 2019 को उनका निधन हो गया था। वहीं, लंगर बाबा के नाम से मशहूर जगदीश लाल आहूजा को भी इस सर्वोच्च पुस्कार से नवाजा गया है। जगदीश आहूजा हर दिन चंडीगढ़ में गरीब मरीजों के परिजनों को मुफ्त में भोजन कराते हैं और उनकी दूसरे तरीकों से भी मदद करते हैं। लंगर बाबा ने 1980 में मुफ्त भोजन परोसना शुरू किया था।
इन 21 लोगों को मिला पद्म श्री
जगदीश लाल आहूजा
मोहम्मद शरीफ
जावेद अहमद टाक,
तुलसी गौड़ा
सत्यनारायण मुंदयूर
अब्दुल जब्बार
उषा चौमार
पोपटराव पवार
हरेकाला हजब्बा
अरुणोदय मंडल
राधामोहन और साबरमती
कुशल कोनवार शर्मा
त्रिनिती सावो
रविकन्नन
एस रामकृष्णन
सुंदरम वर्मा
मुन्ना मास्टर
योगी आर्यन
राहीबाई सोमा पोपेरा
हिम्मत राम भांभू
मोझ्झिकल पंकजाक्षी
पद्म पुरस्कार जैसे पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार हैं। 1954 में शुरू किए गए इन पुरस्कारों की घोषणा हर वर्ष गणतंत्र दिवस पर की जाती है। ये पुरस्कार आसाधारण कार्य को मान्यता प्रदान करने और सभी क्षेत्रों जैसे कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, प्रशासनिक सेवा, व्यापार और उद्योग आदि के सभी क्षेत्रों में विशिष्ट और असाधारण उपलब्धियां हासिल करने और सेवाएं देने के लिए दिया जाता है।