Mukhtar Ansari Death Update: यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी शनिवार सुबह हमेशा-हमेशा के लिए मिट्टी में मिल गया, प्रशासन के द्वारा सिर्फ परिवार के लोगों को ही मिट्टी देने की इजाजत दी गई। मुख्तार का जनाजा गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में लाते समय भारी मात्रा में समर्थकों की भीड़ देखी गई। इस दौरान पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी मात्रा में पुलिस फोर्स और अतिरिक्त पुलिस फोर्स बल भी तैनात किया गया था। वहीं मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल होने के लिए विधायक बेटे अब्बास अंसारी को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से पेरोल मंजूर नहीं हो सकी।
बता दें कि माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को तबीयत बिगड़ने के गुरुवार को बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां दिल का दौरा पड़ने से अंसारी की मौत हो गई थी। गौरतलब है कि वह मुख्तार अहमद अंसारी के पोते थे, जो स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख व्यक्ति थे और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे।
अंसारी ने 1980 के दशक में अपराध की दुनिया में कदम रखा लेकिन जिसके बाद मुख्तार अंसारी राजनीति में आए और 1996 से मऊ से लगातार पांच बार विधानसभा चुनाव जीतने में कामयाब रहे।
साल 2005 में जेल में बंद होने के बाद से उन्हें 60 से ज्यादा मामलों में आरोपों का सामना करना पड़ा। उनके आपराधिक रिकॉर्ड में हत्या, अपहरण और जबरन वसूली के आरोप शामिल थे।
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