तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने आज तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राजभवन में आयोजित साधारण समारोह में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं, शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति को संभालना और चुनाव के बाद की हिंसा और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटना उनकी प्राथमिकता होगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनजी के साथ उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर मौजूद रहे। वहीं, तृणमूल के अरूप बिस्वास, सुब्रत मुखर्जी, पार्थ चटर्जी, सुब्रत बख्शी और फिरहाद हकीम भी इस मौके पर मौजूद रहे।
हालांकि विपक्षी नेताओं और भाजपा राज्य अध्यक्ष दिलीप घोष, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन, दिग्गज नेता अब्दुल मन्नान, वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बसु, पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे लोग उपस्थित नहीं थे।
वहीं, शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "मैं आज से ही अपना काम शुरू करूंगी। मैं नब्बना जाउंगी और राज्य में कोविड की स्थिति पर एक उच्च स्तरीय बैठक करूंगी। हमें स्थिति और कई उपायों की समीक्षा करने की आवश्यकता है। तमाम उपायों के बारे में शाम को घोषणा होगी हमें उम्मीद है कि हम स्थिति को नियंत्रित करने में सक्षम होंगे जैसा हमने पहले किया था।"
उन्होंने कहा, "मैं इस अवसर पर सभी राजनीतिक दलों के सभी लोगों और कार्यकतार्ओं से शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए अपील करना चाहती हूं। बंगाल की अपनी संस्कृति है और हमें यह नहीं भूलना चाहिए। कुछ छिटपुट घटनाएं हैं। मुझे जानकारी मिली है लेकिन प्रशासन पिछले तीन महीनों से मेरे हाथ में नहीं था। मैं सभी को आवश्यक कार्रवाई करने और स्थिति को संभालने का आश्वासन देती हूं, लेकिन इससे पहले मैं सभी से शांतिपूर्ण तरीके से रहने की अपील करना चाहूंगी।"