Uttarakhand Jungle Fire: उत्तराखंड के राज्यों में लगातार आग लगने की घटनाएं सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदेश में 15 फरवरी से अभी तक 300 से अधिक घटनाएं जंगल में आग लगने की हो चुकी हैं। वन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक कुमाऊं में 4 और गढ़वाल में 2 घटनाएं हुई हैं। इसे मिलाकर वनाग्नि की घटनाओं की संख्या बढ़कर 379 हो गई है।
प्रदेश के कुमाऊं वाले हिस्से में मौजूद जंगलों में भीषण आग लगी हुई है। मैदान से लेकर पहाड़ तक कुल 19 जंगल धधक रहे हैं। हालांकि इन आग पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कुछ खास सफलता नहीं मिली है।
बता दें कि शनिवार को देर रात कर्णप्रयाग में गौचर के सामने सारी गांव के जंगलों में भंयकर आग लग गई थी, जिसके कारण कई हेक्टेयर जंगल जलकर राख हो गए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को आग लगने की कुल 22 घटनाएं सामने आई थी। अपर प्रमुख वन संरक्षक निशांत वर्मा की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक एक नवंबर 2023 से अब तक जंगल में आग की 379 घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे 436 हेक्टेयर से अधिक वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है।
वन संरक्षक निशांत वर्मा ने लोगों से की अपील
उत्तराखंड में अपर प्रमुख वन संरक्षक और वन में आग के नोडल ऑफिसर निशांत वर्मा ने बताया कि तापमान में बढ़ोत्तरी और सूखा पड़ने की वजह से जंगल में आग लगने की घटना में तेजी आई है। कृषि अपशिष्ट का जलाया जाना भी एक अहम वजह है। समीक्षा बैठक में अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है। सुरक्षा बरतते हुए ग्रामीणों को भी जागरूक रखने का अभियान चलाया जा रहा है।