कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन (Kiratpur-Nerchowk Fourlane) के दूसरे फेज के निर्माण कार्य के लिए केंद्र सरकार (Central Govt) ने अपनी मंजूरी दे दी है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Road Transport Minister Nitin Gadkari) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया है कि दूसरे फेज का निर्माण कार्य दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। दूसरे फेज में कैंचीमोड़ से भवाणा तक 48 किमी निर्माण कार्य होना है। वहीं, परियोजना में बढ़ती अनियमितताओं की जांच अभी जारी रहेगी। बता दें कि पर्यावरण मंत्रालय ने अनियमितताओं के कारण जून 2020 में निर्माण कार्य बंद करवा दिया था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) और गडकरी के हस्तक्षेप के बाद दोबारा फोरलेन का निर्माण कार्य शुरू करने की मंजूरी दी गई थी।
इसी बीच वन भूमि पर जून 2021 में दूसरे फेज का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मंत्रालय ने अपनी पांच शर्तें रखी थीं। शर्तें पूरी न कर पाने के कारण निर्माण कार्य बीच में ही लटका हुआ था। बीते 23 फरवरी को पर्यावरण मंत्रालय (Ministry of Environment) की क्षेत्रीय प्राधिकार समिति की बैठक में एनएचएआई (NHAI) ने आग्रह किया था कि परियोजना के निर्माण को शुरू करने की अनुमति दी जाए। इतना ही नहीं इस पर एनएचएआई ने कहा था कि जो शर्तें लगाई गई हैं, उनमें से तीन पूरी कर ली गई है। अन्य दो शर्तें भी जल्द ही पूरी कर दी जाएंगी। इस पर वन विभाग के मुख्य अरण्यपाल अनिल शर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने फेज दो के निर्माण की मंजूरी दे दी है। हालांकि, अभी तक उनके पास इसके संबंध में किसी भी प्रकार के कोई आदेश नहीं पहुंचे हैं।
तीन शर्तें पूरी, दो बाकी
शर्तों के मुताबिक, राज्य सरकार (State Govt) को एक प्रमाण पत्र मंत्रालय को देना था कि भविष्य में इस फोरलेन की अलाइनमेंट में कोई भी बदलाव नहीं होगा। सरकार ने यह प्रमाण पत्र दाखिल कर लिया है। इसके लिए एनएचएआई ने जुर्माना राशि भर दी है। फोरलेन के बाउंड्री पिलर भी लगा दिए हैं। अब सिर्फ पेड़ों के कटान की जांच, अलाइनमेंट बदलाव करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होना ही बाकी रह गया है।