दिल्ली मेट्रो लोगों के लिए बहुत ही सुविधाजनक मानी जाती है। दिल्ली मेट्रो में भीड़भाड़ कभी कम नहीं होती। दिल्ली वासियों के लिए अब यह एक आम बात सी हो गई है। लेकिन इन दिनों दिल्ली वासियों के लिए मेट्रो की भीड़ भाड़ कहीं खतरनाक ना साबित हो जाए। क्योंकि इस समय मौसम ऐसे मोड़ पर है जिस समय डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के केस अधिक बढ़ते हैं।
हालांकि दिल्ली मेट्रो भीड़भाड़ से निपटने के लिए लगातार जरूरत के अनुसार पुलिस बल की संख्या अधिक और सुरक्षा इंतजाम कड़े कर देती है। इन दिनों दिल्ली वासियों के लिए मच्छर एक खास समस्या बनते जा रहे हैं मच्छर जो घर और बाहर खून चूसने के लिए तैनात रहते हैं। ठीक वैसे ही दिल्ली मेट्रो में स्टेशन के अंदर और प्लैटफॉर्म एरिया में मच्छरों की तादाद इतनी बढ़ चुकी है कि लोगों का सफर करना भी मुश्किल हो गया है। शाम के वक्त तो हालात इतने गंभीर हो जाते हैं लोगों को बीमार होने का डर सताने लगा है।
इस समस्या को लेकर मेट्रो में सफर करने वाले यात्री अलग-अलग तरह से डीएमआरसी को इस बाबत शिकायत कर रहे हैं लेकिन फिलहाल इस समस्या का डीएमआरसी की ओर से कोई हल नहीं निकाला गया है। वहीं, डीएमआरसी की ओर से दावा किया जा रहा है कि मच्छरों से निपटने के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है। मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए सिविक एजेंसियों को भी लेटर लिखे जा चुके हैं लेकिन इन दावों और बातों से कहीं न कहीं यात्री संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं।
यात्रियों को लग रहा है कि उनकी इस समस्या को डीएमआरसी की ओर से गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। मच्छरों की यह समस्या द्वारका से नजफगढ़ और ढांसा स्टैंड स्टैंड के बीच बनी ग्रे लाइन में सबसे ज्यादा है। यहां ट्रेन में मच्छर सीटों पर झुंड में बैठे नजर आते हैं। यात्री ये तस्वीरें भेजकर शिकायत कर रहे हैं लेकिन अभी तक समाधान नहीं हुआ है।