आंध्र प्रदेश के अब एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीन राजधानी होगी। राज्य में में तीन राजधानी के फॉर्मूले को विधानसभा से मंजूरी मिल गई है। अब विशाखापत्तनम को कार्यकारी राजधानी, अमरावती को विधायी राजधानी और कुरनूल को न्यायिक राजधानी होगी। देश में इससे पहले किसी राज्य की अधिकतम दो राजधानियां रही है, लेकिन तीन राजधानी वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
बता दें कि हाल में ही प्रदेश की जगन मोहन सरकार की कैबिनेट मीटिंग में तीन राजधानियों से जुड़े बिल को मंजूरी दी गई थी जिसके बाद आज विधानसभा में इसे ध्वनि मत से पास कराया गया। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि विकेंद्रीकरण पर ध्यान केंद्रित करके उनकी सरकार ऐतिहासिक भूलों और गलतियों को सुधार रही है। उन्होंने कहा, हम राजधानी को बदल नहीं रहे हैं, हम सिर्फ दो और नई राजधानी जोड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, मैं लोगों को सिर्फ ग्राफिक्स दिखा करके बेवकूफ नहीं बना सकता हूं।
आंध्र प्रदेश विकेंद्रीकरण एवं सभी क्षेत्रों का समावेशी विकास विधेयक, 2020 पर मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के संबोधन को बाधित करने के लिए सोमवार को विपक्षी तेलगू देशम पार्टी के 17 विधायकों को विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। सदन में उस समय गतिरोध पैदा हो गया, जब टीडीपी विधायक सभापति के आसन के समीप आ गए और नारे लगाने लगे तथा अपने नेता एन चंद्रबाबू नायडू को बोलने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे।
टीडीपी सांसदों के निलंबन और तीन राजधानी के प्रस्ताव के विरोध में विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू ने अपने साथियों के साथ विधानसभा के प्रवेश द्वार पर धरना दिया।उन्होंने कहा, पूरी दुनिया में कहीं भी एक राज्य की तीन राजधानी नहीं है। आज काला दिन है। हम अमरावती और आंध्र प्रदेश को बचाना चाहते हैं।