यूपी के कासगंज जिले के अमांपुर पुलिस स्टेशन पर शुक्रवार को पुलिस हिरासत में एक 24 वर्षीय व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर आत्महत्या करने का प्रयास किया गया। हालात गंभीर होने के बाद व्यक्ति को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। जिसके बाद में शाम को व्यक्ति के परिजनो की ओर से दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
पुलिस ने जानकारी दी कि गौरव सिंह नामक व्यक्ति ने पुलिस स्टेशन में शौचालय के ताले से लटकने का प्रयास किया। हालाँकि, उनके परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि व्यक्ति को एक मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए 3 फरवरी को पुलिस ने उठाया था।
वहीं, उसे एक सप्ताह तक अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखा गया था। पुलिस ने उसे प्रताड़ित किया और उससे वह अपराध कबूल कराने की कोशिश की गई जो उसने कभी किया ही नहीं। मेरा बेटा आत्महत्या का प्रयास नहीं कर सकता पिता रघुराज सिंह ने कहा।
वहीं व्यक्ति के चाचा मान सिंह ने कहा,पांच दिनों तक पुलिस ने हमें उनसे मिलने नहीं दिया। शुक्रवार को जब उसके माता-पिता रिश्तेदारों के साथ थाने गए तो उन्हें बताया गया कि गौरव ने जान देने की कोशिश की है। हमने उसे स्ट्रेचर पर आँखें बंद करके लेटे हुए देखा। उन पर कोई आपराधिक मामला नहीं था। वह केवल दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम कर रहा था। पुलिस उसे एक नाबालिग लड़की के अपहरण के फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश कर रही थी।