सात दिनों तक चकमा देने वाला विकास दुबे आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में गुरुवार को आया। 'मैं विकास दुबे, कानपुर वाला'- 154 घंटे बाद जब मध्य प्रदेश के उज्जैन में ये आवाज सुनाई दी तो सब लोग चौंक गए थे। कानपुर कांड के जिस आरोपी विकास दुबे ने 7 दिनों से यूपी पुलिस की नींद हराम कर रखी थी, वो उज्जैन के महाकाल मंदिर में पकड़ा गया।
उज्जैन से यूपी STF की टीम कानपुर के लिए विकास को लेकर रवाना हुई। तो रास्ते में एक जगह पड़ी भउती... ये वही जगह थी जिससे शायद पुलिस को काफी लगाव था। प्रभात को भी पुलिस ने यहीं मौत के घाट उतारा था। दरअसल आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे का यूपी पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया गया है।
पुलिस की तरफ से मिल जानकारी के मुताबिक बारिश और तेज रफ्तार के कारण एसटीएफ की गाड़ी पलट गई और विकास दुबे ने गाड़ी पलटते ही पुलिसकर्मियों का हथियार छीन लिया और भागने लगा। वही, घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिसकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुआ जिसमें उसकी मौत हो गई। ये हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ।