Mamta Kulkarni Dawood Ibrahim Statement: बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में गोरखपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर एक ऐसा बयान दिया जिससे राजनीतिक और सामाजिक बहस छिड़ गई है।
अपने बयान में, ममता ने कहा कि "दाऊद इब्राहिम आतंकवादी नहीं है और उसका बम विस्फोटों या किसी भी आतंकवादी साजिश से कोई संबंध नहीं है।" उन्होंने दाऊद के समर्थन में और भी बयान दिए।
ममता कुलकर्णी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मीडिया और कुछ राजनीतिक ताकतों ने दाऊद को गलत तरीके से पेश किया है। उन्होंने कहा कि अगर किसी पर कोई अपराध का आरोप लगाया जाता है, तो उसे सबूतों के आधार पर साबित किया जाना चाहिए, न कि केवल प्रचार या राजनीतिक लाभ के लिए दोषी ठहराया जाना चाहिए। उनके इस बयान ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी—कुछ लोगों ने इसे "अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता" कहा, जबकि अन्य ने इसे "भड़काऊ और विवादास्पद" करार दिया।
स्थानीय प्रशासन सतर्क, जाँच की तैयारी
इस बीच, गोरखपुर प्रशासन ने इस बयान का संज्ञान लिया है और कहा है कि अगर सांप्रदायिक या कानून-व्यवस्था से जुड़ी कोई वीडियो या शिकायत मिलती है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि मामले की जाँच की जा रही है और स्थिति पर नज़र रखी जा रही है।
फ़िल्मी करियर से संन्यास तक
ममता कुलकर्णी ने 1991 में तमिल फ़िल्म 'नानबरगल' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। बाद में उन्होंने "तिरंगा", "करण अर्जुन", "आशिक आवारा", "बाज़ी" और "कभी तुम कभी हम" जैसी फ़िल्मों से बॉलीवुड में लोकप्रियता हासिल की। उनकी आखिरी फ़िल्मी उपस्थिति 2003 में रिलीज़ हुई बंगाली फ़िल्म "शेष बोंगसोधर" थी।
2025 में, ममता ने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान पिंडदान किया और संन्यास की दीक्षा ली। अब वह किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर हैं और "श्री यमाई ममता नंद गिरि" के नाम से जानी जाती हैं। उन्होंने घोषणा की कि अब वह अपना शेष जीवन मानव कल्याण और आध्यात्मिक सेवा के लिए समर्पित करेंगी।