Jan Suraj Second List : बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद प्रदेश में सियासी माहौल गर्म है। हर दल के नेता और कार्यकर्ता पूरी जोर शोर के साथ चुनावी तैयारी लगे हैं। कई दिनों की चर्चा और मंथन के बाद एनडीए ने रविवार को सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान कर दिया। नीतीश कुमार की पार्टी JDU और BJP 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि चिराग पासवान को 40 सीटें मिली है। जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा को 6-6 मिली हैं। यह पहला मौका है जब एनडीए में शामिल जेडीयू और बीजेपी बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं।
बिहार की राजनीति में मची हलचल
इसी बीच सोमवार को प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने 65 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है, जिससे राजनीतिक गलियारों में सियासी पारा बढ़ गया है। प्रशांत किशोर ने अति पिछड़ा समाज को 70 टिकट देने की बात कही है। जन सुराज पार्टी की इस घोषणा से बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है। इस बार विधानसभा चुनाव के सियासी दंगल में प्रशांत किशोर की एंट्री से माहौल बहुत ही गर्म हो गया है।
पीड़ितों का केस नि:शुल्क लड़े
जन सुराज की दूसरी लिस्ट में 65 लोगों का नाम है। प्रशांत किशोर ने बिहार के सामाजिक-राजनीतिक जीवन में सबसे विध्वंसकारी भागलपुर दंगा को बताया। कहा कि अभयकांत झा दंगा पीड़ितों का केस लगभग नि:शुल्क लड़े। उन्होंने 850 परिवारों को बचाया, उनका पुनर्वास कराया और मुआवजा दिलाया। वे लोग मेरठ भाग रहे थे, उनके भागलपुर में रहने की व्यवस्था कराई। बड़े-बड़े दल और नेता गए, लेकिन वे राजनीति में कदम नहीं रखे।
2020 तक विधायक रहे रामचंद्र सहनी
इस बार पूर्व मंत्री रामचंद्र सहनी भी जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। सहनी 2005 से 2010 तक मंत्री रहे, जबकि 2020 तक विधायक रहे। हालांकि, विधानसभा चुनाव-2020 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया, फिर भी पार्टी का काम करते रहे। अब उन्हें प्रशांत किशोर की बातें पसंद आ रही हैं। रामचंद्र ने कहा कि पार्टी कमजोर है वहां विशेष ध्यान देंगे। सुगौली में जन सुराज पार्टी कमजोर है। उसे मजबूत करेंगे और जन सुराज पार्टी का गढ़ बनाएंगे।
दूसरी सूची में 65 नाम
- 19 सुरक्षित एक अनुसूचित जनजाति
- 46 सामान्य श्रेणी
- 14 अति-पिछड़ा, चार मुसलमान
- ईबीसी : 10
- अल्पसंख्यक : 14
- सामान्य श्रेणी की हरनौत सीट से अनुसूचित जाति का प्रत्याशी। कमलेश पासवान बने प्रत्याशी।