Haryana Weather: हरियाणा में एक दम मौसम बदल गया है। जनवरी व फरवरी बारिश के सबसे अच्छे महीने माने जाते हैं, लेकिन इस बार जनवरी की विदाई भी कम वर्षा के साथ हुई और फरवरी में तो वर्षा की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। बारिश की कमी का असर मौसम व फसलों पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है।
मौसम विभाग का कहना है कि अब यदि वर्षा होती भी है तो कमी को पूरा करना मुश्किल है। क्योंकि इस महीने में भी अब तक कोई ज्यादा संभावनाएं नजर नहीं आ रही हैं। महीने के पहले पखवाड़े में कोई खास वर्षा नहीं होगी और शुष्क मौसम लंबे समय तक बना रह सकता है।
बता दें कि जनवरी में भी तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिली है, यह गेहूं विज्ञानियों के लिए बड़ी चुनौती है। क्योंकि जब तापमान गेहूं की फसल के अनुकूल नहीं होता है तो उत्पादन कम होता है। इस प्रकार की स्थिति कई बार देखने को मिली है, जब किसानों को 20 से 25 प्रतिशत तक उत्पादन में कमी झेली है। वहीं कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. सतपाल सिंह ने बताया कि बढ़ता तापमान किसानों के लिए चुनौती बनकर खड़ा है। फसलों में दिन में पानी दें।