हरियाणा में 3 निर्दलीय विधायकों द्वारा कांग्रेस को समर्थन देने के बाद सरकार का अल्पमत होने का हवाला देते हुए विपक्ष ने फ्लोर टेस्ट की मांग की है। इस बीच रेवाड़ी में मोती चौक पर चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सीएम मनोहर लाल ने कहा कि अल्पमत वाली कोई बात नहीं है और न ही इस बात में कोई दम है।
उन्होंने कहा कि ऐसी गिनती ये घर में ही गिनते रह जाएंगे। 30 में 3 जोड़ने पर 33 होते हैं, लेकिन जब वह जमीन पर आएंगे तो सिर्फ 23 रह ही रह जाएंगे और फिर उनकी हालत खराब हो जाएगी। मनोहर लाल ने कहा कि हमने अभी एक महीने पहले ही 13 मार्च को विश्वासमत प्राप्त किया था। 6 महीने तक तो वे इस मामले को कुछ नहीं कह सकते।
मनोहर लाल ने कहा कि अगर वो गवर्नर के पास व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होंगे तो उस समय मामला सामने आएगा, लिखकर देने से कुछ नहीं होता है। ये सब चुनाव के समय जनता में भ्रम फैलाने के लिए किया जा रहा है। विपक्ष की हालत लोकसभा चुनाव को लेकर खराब हो चुकी है।
उन्होंने ये भी कहा कि माना की तीन विधायक बीजेपी सरकार का साथ छोड़ चुके हैं। ऐसे ही कोई चुनाव के समय तो नहीं जाता है। दो महीने पहले कोई इस तरह से कोई अगर पलट जाए तो कोई ना कोई भीतर की बात तो जरूर होगी। तीन चले भी जाएंगे तब भी बीजेपी के पास बहुमत है। विपक्ष ने फ्लोर टेस्ट को लेकर राज्यपाल को पत्र लिखा है। इस मामले को लेकर गवर्नर और स्पीकर क्या करेंगे ये तो वो ही तय करेंगे।