Asthma: अस्थमा एक गंभीर श्वसन रोग है। यह रोग हमारे श्वसन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करता है। एक आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2050 तक अस्थमा के रोगियों की संख्या तीन गुना बढ़ जाएगी। अस्थमा कभी भी अचानक किसी को भी जकड़ सकता है। इसलिए जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 6 मई को 'विश्व अस्थमा दिवस' मनाया जाता है।
अस्थमा के मरीजों को अपने खान-पान का पूरा ध्यान रखना चाहिए। खान-पान में लापरवाही की वजह से यह बीमारी तेजी से फैलती है। अस्थमा के मरीजों को कुछ खास चीजें खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये चीजें एलर्जी को बढ़ावा दे सकती हैं, सूजन बढ़ा सकती हैं या श्वसन मार्ग को संकीर्ण कर सकती हैं। नीचे कुछ खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जिनसे अस्थमा के मरीजों को दूर रहना चाहिए:
बेहतर श्वसन स्वास्थ्य के लिए इन खाद्य पदार्थों से बचें:
प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड: जो लोग प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, उनमें अस्थमा का खतरा अधिक होता है, क्योंकि इनमें सैचुरेटेड फैट बहुत अधिक होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है। इनमें सल्फाइट, प्रिजर्वेटिव और आर्टिफिशियल फ्लेवर भी होते हैं, जो अस्थमा को ट्रिगर कर सकते हैं।
ठंडी चीजें: अस्थमा के मरीजों को आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक जैसी ठंडी चीजों से भी दूर रहना चाहिए। ठंडा खाना खाने या पीने से गले और फेफड़ों की नलियों में सिकुड़न हो सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
शराब का सेवन: शराब और बीयर में सल्फाइट मिलाया जाता है, ताकि ये लंबे समय तक खराब न हों। हालांकि, ये सल्फाइट अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर और मक्खन जैसे डेयरी उत्पाद अस्थमा के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। कुछ लोगों में डेयरी के कारण बलगम (कफ) अधिक बनता है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
कॉफी: अगर इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कॉफी में मौजूद कैफीन एसिड रिफ्लक्स को बढ़ाता है। कुछ अस्थमा रोगियों में कॉफी पीने से भोजन विषाक्तता हो सकती है।
अस्वीकरण: (लेख में उल्लिखित सुझाव और सलाह केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी फिटनेस कार्यक्रम को शुरू करने या अपने आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले हमेशा अपने चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करें।)