पूर्वी यूक्रेन (East Ukraine) में आक्रमण के बढ़ते डर के चलते एक अलगाववादी नेता ने पूर्ण सैन्य लामबंदी (Full Military Mobilization) का आदेश दिया है । शनिवार को दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन (Denis Pushilin) ने एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी का ऐलान कर दिया है। साथ ही रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय (Military Recruiting Office) में आने का अनुरोध किया।
यह कदम हाल के दिनों में क्षेत्र में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच बढ़ती हिंसा के बाद उठाया गया है। इस हिंसा को लेकर पश्चिम देशों ने यह आशंका जताई है कि मॉस्को (moscow) इसकी आड़ में कभी भी हमला कर सकता है।
बता दें कि शुक्रवार को दोनेत्स्क और लुगांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने का ऐलान किया था। इन कोशिशों के बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कई बड़े धमाके हुए थे। मालूम हो कि पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ था, जिसमें 14,000 से अधिक लोगों ने जान गंवा दी थी।
यूक्रेन के पूर्वी इलाके में विस्फोटों की आवाज
यूक्रेन के पूर्वी इलाके में अलगाववादियों के नियंत्रण वाले डोनेट्स्क शहर में कई बार धमाकों की आवाज सुनी दी। इस पर एक न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि इन धमाकों की वजह का अभी तक पता नहीं चला है। यह खबर ऐसे समय में सामने आई है जब यूक्रेन में रूस के हमला करने की आशंका चरम पहुंच चुकी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने शुक्रवार यानी कल ही कहा था कि वह इस बात से पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Putin) ने यूक्रेन पर आक्रमण करने का फैसला कर लिया है। इस हमले का केंद्र राजधानी कीव होगा। अमेरिका को पहले इस बात का बिल्कुल यकीन नहीं था कि पुतिन ने आक्रमण करने का अंतिम फैसला ले लिया है। बाइडेन ने इस दावे के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसी (US Intelligence Agency) की जानकारी का हवाला दिया था।
बाइडेन- यदि रूस यूक्रेन पर आक्रमण करता है तो...
रूस के खिलाफ राष्ट्रपति बाइडेन ने आर्थिक और राजनयिक प्रतिबंधों की धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि रूस आक्रमण करता है तो पुतिन को इसकी कीमत चुकानी ही पड़ेगी। उनके खिलाफ वह पूरी दुनिया को इकट्ठा करेंगे। बाइडेन ने कहा है कि यदि रूस यूक्रेन पर "आक्रमण" करता है, तो अमेरिका अपने सैनिकों को यूक्रेन में लड़ने के लिए नहीं भेजेगा, लेकिन यूक्रेन के लोगों का समर्थन जरूर करेगा।