रुस के साथ यूक्रेन का बढ़ता तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। इजरायल (Israel) ने यूक्रेन (Ukraine) में आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम (Iron Dome Air Defense System) को तैनात करने से इनकार कर दिया है। रूस के साथ बढ़ते तनाव (Russia Ukraine Tension) को देखते हुए यूक्रेन (Ukraine) ने अमेरिका (America) के साथ इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को राजधानी कीव की सुरक्षा के लिए तैनात करने की मांग की थी।
इसको लेकर यूक्रेन और अमेरिका (US Ukraine Defence Deal) के बीच एक समझौता भी हुआ था। लेकिन इजराइल ने यूक्रेन में आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम को तैनात करने से इनकार कर दिया है। बताया जा रहा है कि इजरायल ने रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचने के डर से इस परियोजना पर रोक लगा दी है। इजरायल के एक अखबार के अनुसार इजरायल काफी समय से कीव में आयरन डोम की तैनाती को रोकने के लिए प्रयास कर रहा था। लेकिन दूसरी तरफ यूक्रेन ने अमेरिका (America) से टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (High Altitude Area Defense System) को तैनात करने की मांग की है।
आपको बता दें कि पिछले साल अमेरिकी कांग्रेस ने 2022 रक्षा विधेयक में परिवर्तन कर यूक्रेन को आयरन डोम सिस्टम की बिक्री या हस्तांतरण को मंजूरी दी थी। ऐसे में आयरन डोम को दोनों डेवलपर देशों की सहमति के बिना किसी तीसरे पक्ष को नहीं बेचा जा सकता है। यूक्रेन ने बाइडेन प्रशासन से 2021 में अपील की थी कि वह पैट्रियट मिसाइलों और आयरन डोम मिसाइल को कीव में तैनात करे।
आखिर क्यों है आयरन डोम खतरनाक?
इजराइल का आयरन डोम एक छोटी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है। जिसे रॉकेट, तोपखाने और मोर्टारों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इजराइल का आयरन डोम रक्षा प्रणाली हर मौसम में काम कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह रेंज और निशाने पर लिए गए क्षेत्र की दिशा की जांच करता है। इसके इस्तेमाल के दौरान स्थानीय लोगों के पास सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए 30 से 90 सेकंड का समय होता है।
इजरायल-लेबनान युद्ध के बाद इजरायल सरकार ने वर्ष 2006 में इस सिस्टम को बनाने का ऐलान किया था। साल 2011 में इजरायल ने पहली बार अपने आयरन डोम सिस्टम को तैनात किया था। इजरायल-लेबनान युद्ध में हिज्बुल्ला ने हजारों की तादाद में रॉकेट इजरायल पर दागे थे। इस हमले से सबक लेते हुए इजरायल ने आयरन डोम सिस्टम को बनाने का फैसला किया था।