रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने गुरुवार को यूक्रेन (Ukraine) के साथ युद्ध का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद किसी भी वक्त रूसी सेना यूक्रेन में घुस कर हमला बोल सकती है। वहीं, पुतिन ने खास कर उन लोगों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई है जो यूक्रेन में रूसी ऑपरेशन में हस्तक्षेप करते आए हैं। यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएफपी ने दी है। इतना ही नहीं पुतिन ने यूक्रेन की सेना से 'हथियार डालने' की भी अपील की है।
वहीं, ऐसे में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस (United Nations Secretary-General Antonio Guterres) ने सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपने सैनिकों को यूक्रेन में घुसने से रोकने के लिए कहा है।
धमाकों की आवाज
आपको बता दें कि अलगाववादियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन (East Ukraine) के शहर डोनेट्स्क में गुरुवार तड़के कम से कम पांच धमाकों की आवाज सुनी गई है। इसके बाद चार सैन्य ट्रकों को घटनास्थल के लिए रवाना भी किया गया हैं। यह जानकारी न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से दी गई है।
रूसी सेना का रुख दोनेत्सक की तरफ
रूस ने पूर्वी यूक्रेन के अशांत क्षेत्र लुहान्सक और दोनेत्सक को आजाद राष्ट्र घोषित कर दिया है, इतना ही नहीं रूस ने वहां अपनी सेना को भेजने के भी आदेश दिए हैं। इसी बीच बुधवार को कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने यह दावा किया कि उन्होंने रूसी सीमा की तरफ से दोनेत्सक की ओर दो सैन्य काफिलों को आगे बढ़ते देखा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आधुनिक सैन्य सामग्री से लैस इन काफिलों में जो सैन्य वाहन शामिल है उन पर किसी भी देश का प्रतीक चिन्ह नहीं हैं।
बता दें कि इससे पहले मास्को समर्थित क्षेत्रों की आजादी को मान्यता देने वाले फरमानों पर हस्ताक्षर करने के कुछ घंटों बाद ही पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के अलगाववादियों के हिस्सों में सैनिकों को भेजने का आदेश दिया था। इसे रूस के रक्षा मंत्री क्रेमलिन ने शांति व्यवस्था मिशन बताया था, लेकिन अमेरिका सहित कई अन्य देशों ने रूस के इस फैसले के बाद यूक्रेन पर हमले की आशंका जताई थी।