महामंडलेश्वर आशुतोष प्रखर (Mahamandaleshwar Ashutosh Prakhar) पर दुष्कर्म जैसे संगीन आरोप लगाने वाले कानपुर (Kanpur) के कारोबारी की बेटी अपने अब अपने गुरु के बचाव में आगे आ गई है। कानपुर में कारोबारी ने मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को दीक्षा देने के बहाने बंधक बनाकर रखा गया है। उसके साथ दुष्कर्म हुआ है।
वहीं, दूसरी ओर युवती ने अपने पिता द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया। उसने इन आरोपों को गुरु के खिलाफ साजिश के नाम दिया है। प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए युवती ने कहा कि दो साल पहले उसने संन्यास ले लिया था। जिसके बाद उसने स्वामी आशुतोष प्रखर को अपना गुरु बनाया था।
इतना ही नहीं इस संबंध में शपथ पत्र भी दिया गया। दीक्षा के छह महीने तक अपने ही घर कानपुर रहीं। इस दौरान संन्यास लेने को लेकर माता-पिता से काफी विवाद भी हुआ। जब माता-पिता नहीं माने तो वह खुद उसे हरिद्वार (Haridwar) आश्रम में स्वामी प्रखर के पास छोड़कर चले गए। और अब इस तरह के आरोप लगाकर गुरु के खिलाफ साजिश की जा रही है।
गुरु के खिलाफ की जा रही साजिश
कानपुर में स्वामी प्रखर के खिलाफ दर्ज मुकदमे के आरोपों को नकारते हुए युवती ने कहा कि उसके गुरु के खिलाफ साजिश की जा रही है। झूठा मुकदमा लिखवाया गया है। पूर्व में शिकायत हुई। जिसमें फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लग चुकी है। उसने कहा कि वह बालिग है। अपनी मर्जी से संन्यास का रास्ता चुना है। अपनी मर्जी से आश्रम में रहती हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता नहीं माने तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।