भारत में अब कोरोना वायरस की एक और खतरनाक लहर का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं, नई लहर को लेकर कहा जा रहा है कि, इसमें सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हो सकते हैं। अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर फहीम योनूस ने कहा है कि कोरोना वायरस की एक और लहर से निपटने के लिए जीनोम सिक्वेंसिंग पर पूरा जोर देना होगा। उन्होंने ट्वीट करके कोरोना वायरस की अगली लहर से निपटने के लिए पूरी योजना बताई है ।
फहीम योनूस ने कहा, 'हमें कोरोना वायरस के वेरिएंट का पता लगाने के लिए लगातार 3 से 5 प्रतिशत मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग करनी होगी। हमें प्रत्येक रीइन्फेक्शन के सिक्वेंस का पता करना होगा। यही नहीं वैक्सीन लगवाने के बाद होने वाले प्रत्येक कोरोना संक्रमण के सिक्वेंस की जांच करनी होगी। उन्होंने कहा कि देश में आने वाले प्रत्येक पयर्टक के कोरोना वायरस संक्रमण की हमें लगातार जांच करते रहनी होगी। अगर यह किया जाता है तो भविष्य में आने वाले खतरे की भविष्यवाणी की जा सकेगी और उसी के मुताबिक योजनाएं बनाई जा सकेंगी। वहीं,योनूस ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो कोरोना वायरस लगातार तेजी से फैलता रहेगा और भविष्य में और ज्यादा कोरोना वायरस लहरों के आने का खतरा बना रहेगा। कोरोना वैक्सीन लगवाने से नहीं फैलता है कोरोना'
आपको बता दें कि, डॉक्टर योनूस ने कहा कि भारत में ऐसी भ्रांति है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। यह धारणा गलत है। भारत में अप्रैल महीने में जिन 10 हजार लोगों को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाया गया था। उनमें से केवल 2 या 4 लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ है। डॉक्टर फहीम ने भारत के लोगों को सलाह दी कि वे अफवाहों से दूर रहें और वैक्सीन लगवाएं।