ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिड्डर, कुन्नूर के पास हेलीकॉप्टर कैश में मारे गए अधिकारियों में शामिल थे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के रक्षा सहायक थे और जल्द ही वह मेजर जनरल बनने वाले थे। शुक्रवार को दिल्ली कैंट (Delhi Cantt) के बरार स्क्वायर श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर उनका पूरा परिवार और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी मौजूद रहे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिगेडियर लिड्डर की मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर बीती रात दिल्ली कैंट लाया गया। जैसे ही ब्रिगेडियर का शव पत्नी गीतिका ने देखा तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। इतना ही नहीं बेटी ने भी अपने पिता को नम आखों से अंतिम विदाई दी। लेकिन इस दुख की घड़ी में एक सैनिक की पत्नी और बेटी ने खुद को मजबूत किया और एक दूसरे का हाथ थाम लिया।
ब्रिगेडियर लिडार की पत्नी और उनकी बेटी ने दिल्ली कैंट के बरार स्क्वायर में अंतिम संस्कार किया। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। ब्रिगेडियर का शव देखकर उनकी पत्नी और बेटी के आंसू थमे नहीं। लेकिन एक सैनिक की पत्नी और बेटी होने का फर्ज निभाते हुए दोनों ने इस दुख की घड़ी में एक-दूसरे का हाथ पकड़कर अपने को मजबूत किया और अंतिम श्रद्धांजलि दी।
ब्रिगेडियर की पत्नी गीतिका लिद्दर रोती नजर आईं। बेटी आशना लिद्दर ने अपने पिता के अंतिम संस्कार के बाद कहा कि मैं 17 साल की होने वाली हूं। मेरे पिता 17 साल तक मेरे साथ रहे। हम उनकी अच्छी यादें साथ लेकर जाएंगे। यह राष्ट्रीय क्षति है। मेरे पिता मेरे सबसे अच्छे दोस्त और मेरे हीरो थे। वह बहुत खुशमिजाज आदमी और मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे।