विश्वभर से कोरोना वायरस के लगातार नए मामले सामने आ रहे है। इस बीच जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी की यात्रा को बंद कर दिया गया है। वहीं, जम्मू-कश्मीर से आने और जाने वाली सभी अंतर्राज्यीय बसों के परिचालन पर भी लगा दिया गया है। बता दें कि कल यानी मंगलवार को वैष्णो देवी धाम स्थित अर्द्धकुंवारी प्राकृतिक गुफा को बंद कर दिया गया था। वहीं, श्रीनगर एनआईटी के बाद जम्मू में आईआईटी और आईआईएम को बंद कर दिया गया। हॉस्टल खाली करवाकर छात्र-छात्राओं को घर भेजा जा रहा है।
Department of Information and Public Relations, Government of Jammu & Kashmir: Shri Mata Vaishno Devi Yatra has been closed from today. Operations of all inter state buses, both incoming and outgoing from J&K, are banned from today. #Coronavirus pic.twitter.com/mAnaZ2nhfJ
— ANI (@ANI) March 18, 2020
इससे पहले वैष्णो देवी तीर्थ का प्रबंधन करने वाले श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने रविवार को परामर्श जारी कर प्रवासी भारतीयों और विदेशियों को भारत आने के 28 दिन बाद तक मंदिर नहीं आने को कहा था। बोर्ड ने उन घरेलू श्रद्धालुओं जिनमें खांसी, बुखार और सांस लेने में परेशानी के लक्षण है उन्हें भी अपनी यात्रा स्थगित करने को कहा था।
एसएमवीडीएसबी ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभाव से बचाने लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं। मंदिर प्रशासन कटरा से मां के भवन तक के रास्ते में लगे बहुद्देशीय ऑडियो प्रणाली से कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने वाले संदेश प्रसारित कर रहा है। बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा प्रत्येक यात्री की ताराकोट, बाणगंगा और हैलीपैड पर बुखार की जांच की जाएगी।
एसएमवीडीएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि कटरा रेलवे स्टेशन, हैलीपैड, निहारिका परिसर में मौजूद पूछताछ और आरक्षण केंद्र पर विशेष डेस्क स्थापित किया गया है जहां पर कोरोना वायरस प्रभावित देशों के श्रद्धालु को एक फॉर्म के जरिये अपनी विस्तृत जानकारी देनी होगी। गौरतलब है कि विदेशों से हजारों श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकूटा की पहाड़ी पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने आते हैं।
यह भी पढ़ें- किस ब्लड ग्रुप के लोगों को है Coronavirus से सबसे ज्यादा खतरा, नई रिसर्च में खुलासा