उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों का अलग-अलग तरह से जनता का दिल जीतने की कोशिशें तेज हो गई है। ऐसे में आरोप प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह की शिकायत निर्वाचन आयोग में दर्ज कराई है।
सपा ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि अमित शाह और उनके समर्थकों ने कैराना में शनिवार को घर-घर चुनाव प्रचार के दौरान पर्चे बांटते और जनसंपर्क करते हुए कोरोना नियमों का सरेआम उल्लंघन किया है।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि आयोग ने प्रचार के लिए डोर-टू डोर कैंपेन की अनुमति तो दे रखी है लेकिन उस दिन तक सिर्फ 5 लोगों की टोली को इसके लिए अनुमति थी। शनिवार शाम में आयोग ने इस संख्या को बढ़ाकर 10 कर दिया।
जबकि शामली के कैराना कस्बे की तंग गलियों में अमित शाह के डोर-टू डोर कैंपेन के दौरान दस से कई गुना ज्यादा लोगों की भीड़ उमड़ी पड़ी थी। इसी को लेकर समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को दिए शिकायती पत्र में बीजेपी और शाह के खिलाफ शीघ्र, सख्त और समुचित कार्रवाई करने की मांग की है।
सपा की इस शिकायत पर पलटवार करते हुए बीजेपी सरकार के मंत्री मोहिसिन रजा ने कहा की पहले सपा उस नोटिस का जवाब से जिसमे हजारों लोग कार्यालय मौजूद थे। यह सपा की होने वाली हार का नतीजा है जो अब ईवीएम पर भी ठीकरा फोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेता पर सवाल उठाने वाले पहले खुद के गिरेबान में झांक लें।
इसके साथ ही सपा ने ओपिनियन पोल के खिलाफ भी शिकायत की है। सपा ने चुनाव आयोग से कहा है कि चैनलों पर ओपिनियन पोल के जरिए चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है, लिहाजा इस पर रोक लगाई जाए।