BR Gavai Attacked: सुप्रीम कोर्ट में एक ऐसा वाकया हुआ जिसने देश को हिला दिया। राकेश किशोर नाम के वकील ने सीजेआई गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की। जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया फिर रिहा कर दिया गया। वकील राकेश किशोर ने कहा कि- यही चीफ जस्टिस बहुत सारे धर्मों के खिलाफ, दूसरे समुदाय के लोगों के खिलाफ केस आता है तो बड़े-बड़े स्टेप लेते हैं। उदाहरण के लिए- हल्द्वानी में रेलवे की जमीन पर विशेष समुदाय का कब्जा है।
CJI की टिप्पणी को गलत तरीके से दिखाया गया
सुप्रीम कोर्ट ने उस पर तीन साल पहले स्टे लगाया, जो आज तक लगा हुआ है। वहीं, इस घटना पर SC बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने कहा- भगवान विष्णु की मूर्ति केस में CJI की टिप्पणी को गलत तरीके से दिखाया गया, जिससे ऐसा लगा जैसे CJI ने देवता का अपमान किया। वकील ने मशहूर होने के लिए ऐसा किया।
मूर्ति की पुनर्स्थापना पर की गई टिप्पणियों से नाराज
हालांकि माना ये जा रहा है कि वकील CJI गवई की मध्य प्रदेश के खजुराहो में भगवान विष्णु की 7 फुट ऊंची सिर कटी मूर्ति की पुनर्स्थापना पर की गई टिप्पणियों से नाराज था। CJI ने 16 सितंबर को खंडित मूर्ति की बहाली की मांग वाली याचिका खारिज करते हुए कहा था- जाओ और भगवान से खुद करने को कहो। तुम कहते हो भगवान विष्णु के कट्टर भक्त हो, जाओ उनसे प्रार्थना करो। हालांकि इन सबके बीच वकील राकेश किशोर ने कई सारे बातें कही।