शिमला-मटौर नेशनल हाईवे पर सफर करना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है। हाईवे की कई जगह से टारिंग उखड़ चुकी हैं। सड़क गढ़े होने से हादसे का डर बना रहता है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने एनएच की दशा को सुधारने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया(NHI) को चिट्ठी लिखी है। इतना ही नहीं सरकार ने इस मुद्दे को लेकर नेशनल हाईवे के अधीक्षक अभियंता को भी NHI से लगातार संपर्क करने को कहा है। लोक निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुभाशीष पांडा भी इस हाईवे का जायजा ले चुकी है। हाईवे पर दिन रात वाहनों की आवाजाही लगी रहती है।
हाईवे का सफर कितना0 जोखिम भरा है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि हाईवे पर जो गढ़े पानी की निकासी के लिए बनाए गए थे। वो तक मिट्टी से भर चुके हैं। ऐसे में बरसात के मौसम में सड़कें क्या हाईवे पर भी पानी जमा होने का डर रहता है। वहीं कई जगह बैरियर टूटे हुए हैं। बरसात में सड़क के किनारे पर गिरा मलबा अभी तक वहीं पड़ा है। बता दें कि लोक निर्माण विभाग द्वारा एनएच पर पुल का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में लोक निर्माण ने कहा है कुछ सप्ताह के अंदर हाईवे पर वाहनों की आवाजाही को शुरू कर दिया जाएगा। वहीं एनएचआई से भी हाईवे की मरम्मत के लिए लगातार संपर्क साधा जा रहा है।