बिहार में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ कल यानि बुधवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा। सूर्योपासना के इस पवित्र चार दिवसीय महापर्व के पहले दिन छठव्रती श्रद्धालु नर-नारी अंतः करण की शुद्धि के लिए कल नहाय-खाय के संकल्प के साथ नदियों-तालाबों के निर्मल एवं स्वच्छ जल में स्नान करने के बाद शुद्ध घी में बना अरवा भोजन ग्रहण कर इस व्रत को शुरू करेंगे।
छठ की तैयारियों में जुटे लोग, बाजार में दिखी रौनक
इस पहले श्रद्धालुओं ने आज से ही पर्व के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। छठ को लेकर बिहार के बाजार में रौनक देखने को मिल रही है। शहर में हर तरफ छठ पूजा के सामान की छोटी-बड़ी दुकानें सज गई है। महापर्व को लेकर राज्य में चहल-पहल दिखने लगी है। जिन घरों में छठ होना है, वहां तैयारी शुरू हो चुकी है। ऐसे में कोई घर की साफ-सफाई करने में लगा है तो कोई व्रती पूजा के बर्तनों की सफाई करने में। वही, शहर में छठ पूजा सामग्री का बाजार सज गया है।
छठ पूजा के लिए कोशी, पीतल एवं बांस के सूप, दउरा, साड़ी, गन्ना, नारियल, फल सहित पूजा के हर छोटे-छोटे सामानों की खरीददारी तेज हो गई है। छठ पूजा को लेकर खासकर व्रतियों ने नई साड़ी की खरीदारी शुरू कर दी है। पूजा में साड़ी छठ मइया को चढ़ाई जाती है और पूजा करने वाली महिला भी नई साड़ी में ही पूजा करती हैं, इसलिए इस समय साड़ी की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है।
इसके अलावा चूड़ी, बिंदी सहित महिलाओं के साज-सज्जा की दुकानों पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है। वहीं, छठ पूजा करने वाले पुरुष श्रद्धालु नए धोती की खरीदारी करते है। छठ में टीका एवं नथिया के साथ-साथ बिछिया एवं चांदी के पायल भी बिक रहे हैं। बता दें कि छठ महापर्व सभी को एक सूत्र में बांधकर एक कर देता है।