प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि 5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर की नींव राखी। इस ऐतिहासिक समय पर पीएम मोदी के साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास भी मौजूद रहे। वही, भूमि पूजन के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने लालकृष्ण आडवाणी, अशोक सिंघल और अन्य के योगदान को याद करते हुए कहा कि राम मंदिर निर्माण के संकल्प को पूरा करने के लिए समान विचारधारा के संगठनों ने लगभग 30 साल तक संघर्ष किया।
इस दौरान उन्होंने भूमि पूजन कर्यक्रम में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा, पूरे देश में आनंद की लहर है, सदियों की आस पूरी होने का आनंद है। सबसे बड़ा आनंद है भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिस आत्मविश्वास की आवश्यकता थी और जिस आत्म भान की आवश्यकता थी उसका सगुण साकार अधिष्ठान बनने का शुभआरंभ आज हो रहा है।'
मोहन भागवत ने आगे कहा कि हमने एक संकल्प लिया। मुझे याद है कि तत्कालीन आरएसएस प्रमुख बालासाहेब देवरस ने हमें बताया था कि हमें 20-30 साल तक संघर्ष करना होगा, तभी यह पूरा होगा। हम 30 साल तक संघर्ष करते रहे और 30 वें वर्ष में, हमने अपने संकल्प को पूरा करने की खुशी प्राप्त की।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, 'हमारा देश वासुदेव कुतुभकम ’यानी विश्व एक परिवार है पर विश्वास करता है। हम सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। आज एक नए भारत की नई शुरुआत है। जिनका जो काम है वो करेंगे, अब हम सब लोगों को अपने मन की अयोध्या को सजाना सवांरना है। हिंदू धर्म सबकी उन्नती करने वाला और सबको समान मानने वाला धर्म है।'