पंजाब की आर्थिक दशा खराब है इस बात में तो कोई शक नही है. राज्य के सभी लोगों को पता है, लेकिन हालत बेहद चौंकाने वाले है. राज्य की खस्ताहाल आर्थिक हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पंजाब में पैदा होने वाला हर बच्चा 90 हजार रुपये का कर्जदार हो जाता है. हैरान करने वाली बात तो यह है कि इस कर्ज को कम करने की तरफ कोई कदम नहीं उठाए जाते.
पंजाब सरकार पर मार्च 2020 तक 2.29 हजार करोड़ रुपये का कर्ज हो जाएगा, जबकि फूडग्रेन का 31 हजार करोड़ और उदय योजना के अधीन लिया गया 15 हजार करोड़ रुपये का स्पेशल टर्म लोन इससे अलग है. यानी कुल 2.75 लाख करोड़ रुपये का कर्ज पंजाब पर चढ़ जाएगा. वित्तमंत्री मनप्रीत बादल ने माना कि यह कर्ज का जाल बहुत भयानक है और इससे भारत सरकार के सहयोग के बिना निकलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि 31 हजार करोड़ के लोन का मामला हम लंबे समय से उठा रहे हैं और अब 15वें वित्त आयोग के चेयरमैन एनके सिंह ने नीति आयोग के मेंबर रमेश चंद्र की अगुवाई में एक कमेटी बना दी है. साथ ही छह हफ्तों में इसकी रिपोर्ट मांगी है.