सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को चार नए जजों की नियुक्ति की गई है। इसके साथ शीर्ष कोर्ट में जजों की संख्या 34 हो गई, जो अब तक की सबसे ज्यादा है। हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कृष्ण मुरारी, हिमाचल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश वी रामसुब्रमण्यन, राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एस रवींद्र भट और केरल के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश हृषिकेश रॉय को सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पिछले महीने सरकार को इनके नामों की सिफारिश की थी। सरकार ने लंबित मामलों की बड़ी संख्या को देखते हुए चीफ जस्टिस सहित कुल जजों की संख्या 31 से बढ़ाकर 34 की थी। सीजेआई रंजन गोगोई ने जजों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी।
इस समय जजों की संख्या 30 है और नए नियुक्त जजों के शपथ लेते ही कुल जज 34 हो जाएंगे। शुरुआत में 1956 के कानून के तहत शीर्ष कोर्ट में जजों की संख्या 10 थी। संशोधन के बाद 1960 में 13 और 1977 में 17 हो गई थी। 1986 में यह 25 हुई और संशोधन अधिनियम 2009 में इसे 25 से 30 किया गया था।