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Rave Party क्या है, कब हुई इसकी शुरुआत, जानिए इस पार्टी में क्या-क्या होता है

Rave Party क्या है, कब हुई इसकी शुरुआत, जानिए इस पार्टी में क्या-क्या होता है

 

आप सभी को पता होगी की हाल ही में  शाहरुख खाने के बेटे आर्यन खान को मुंबआ से गोवा जा रहे क्रूज में चल रही ड्रग्स पार्टी मामले में एनसीबी ने गिरफ्तार किया है। इस मामले के आने के बाद देशभर में रेव पार्टी की जमकर चर्चा हो रही है। लोग जानना चाहते हैं, आखिर रेव पार्टी होती है क्या और  इसमें क्या-क्या होता है तो आइए हम बताते हैं यहां...

रेव पार्टी क्या है, कब हुई शुरुआत?
यूरोपियन कंट्रीज में 60 के दशक में होने वाली पार्टियां शराब और शवाब तक सीमित थी, लेकिन 80 के दशक में इसका स्वरूप बदलने लगा और इसने रेव पार्टी का रूप ले लिया। 90 के दशक के शुरुआत में कई देशों में रेव पार्टियां होने लगी।‘रेव’ शब्द की बात करें तो मौज-मस्ती से भरी जोशीली महफिलों को रेव कहा जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी कानून विभाग का एक दस्तावेज बताता है कि 80 के दशक की डांस पा​र्टीज से ही रेव पार्टी की शुरुआत हुई। डांस पार्टी, रेव पार्टी में तब्दील होने लगी। इसमें म्यूजिक तकनीक, शौक और ड्रग्‍स वगैरह जुड़ते चले गए और रेव पार्टियों की लोकप्रियता बढ़ती गई।

भारत में रेव पार्टियों शुरुआत
भारत में रेव पार्टियों का चलन गोवा से शुरू हुआ। हिप्पियों ने गोवा में इसकी शुरुआत की थी। पिछले कुछ सालों में हिमाचल की कुल्लू घाटी, बेंगलुरु, पुणे, मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई समेत कई शहर रेव हॉटस्पॉट के रूप में उभरे हैं।

जानें रेव पार्टियों में आखिर क्या-क्या होता है
रेव पार्टियों में डांस, मस्ती, धमाल, शराब, शवाब, बेरोकटोक हर बात की छूट होती है। ये पार्टियां रात-रात भर चलती हैं। इन पार्टियों में जाने वाले लोगों से फीस के तौर पर मोटा पैसा लिया जाता है। इन पार्टियों में भीतर लाउड साउंड में संगीत बजते रहते हैं और युवा मस्ती में चूर होते हैं। खाना-पीना, ड्रिंक्स, शराब, सिगरेट वगैरह के अलावा कोकीन, हशीश, चरस, एलएसडी, मेफेड्रोन, एक्‍सटसी जैसे ड्रग्‍स का इंतजाम रहता है।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कुछ रेव पार्टियों में सेक्स के लिए 'चिल रूम्‍स' भी होते हैं। एनसीबी के अधिकारियों की मानें तो रेव पार्टियां केवल पार्टी सर्किट से जुड़े हुए कुछ चुनिंदा लोगों के लिए आयोजित की जाती हैं। नए लोगों को इन पार्टियों में आने की इजाजत नहीं होती। सीक्रेसी का पूरा ध्यान रखा जाता है। ड्रग लेने और बेचने वालों के लिए यह एक सुरक्षित जगह होती है।                        

एक निजी चैनल ने अपनी रिपोर्ट में एनसीबी के एक अधिकारी के हवाले से लिखा है कि रेव पार्टियां केवल पार्टी सर्किट से जुड़े हुए कुछ चुनिंदा लोगों के लिए आयोजित की जाती हैं। नए लोगों को इन पार्टियों में आने की इजाजत नहीं होती। सीक्रेसी का पूरा ध्यान रखा जाता है। ड्रग लेने और बेचने वालों के लिए यह एक सुरक्षित जगह होती है। अधिकारी के मुताबिक रेव पार्टियों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स लिया जाता है। रेव पार्टियां 24 घंटे से लेकर तीन दिनो तक चलती हैं।      

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