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शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से प्राप्त होते हैं ये शुभ फल, इन चीजों का रखें खास ख्याल

शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से प्राप्त होते हैं ये शुभ फल, इन चीजों का रखें खास ख्याल

 

शुक्रवार का दिन मां संतोषी को समर्पित होता है। इस दिन संतोषी माता का व्रत भी किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शुक्रवार के दिन संतोषी माता की विधि-विधान के साथ पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इसके अलावा इस दिन मां संतोषी का व्रत रखने से व्यक्ति को मनचाहा फल प्राप्त होता है। साथ ही मां संतोषी अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखती हैं।

बता दें कि शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत करने के साथ ही उनकी कथा का पाठ करना भी काफी जरूरी होता है। माना जाता है कि कथा पढ़े बिना संतोषी माता का व्रत अधूरा होता है। इसके अलावा भी कई ऐसी बातें है जिसे शुक्रवार के दिन मां संतोषी के व्रत के दौरान ध्यान में रखनी चाहिए। तो आइए जानते है संतोषी माता के व्रत से होने वाले लाभ और व्रत के दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए उसके बारे में... 

शुक्रवार के दिन संतोषी माता का व्रत करने से मिलते हैं ये लाभ 

- अगर सच्चे मन से शुक्रवार की पूजा की जाए तो अविवाहित लड़कियों को सुयोग्य वर मिलता है। - संतोषी माता की अनुकंपा कर अगर व्रत पूरा किया जाए तो भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

- यह व्रत करने से छात्र व छात्राएं परीक्षा में सफल होते हैं।

- वहीं, अगर आपके कोई कार्ट के मामले चल रहे होते हैं तो उनपर आपको विजय प्राप्त होती है।

- व्यक्ति को उसके कारोबार में लगातार लाभ की प्राप्ति होती है।

- इसके अलावा इस दिन व्रत करने से घर में सुख-समृद्धि का पुण्यफल की प्राप्ति होती है। 

शुक्रवार का व्रत करते समय इन नियमों का जरूर करें पालन 

- इस दिन जो भी व्यक्ति व्रत करे वो चाहें स्त्री हो या पुरुष उसे खट्टी चीज को नहीं खाना चाहिए। साथ ही खट्टी चीज को छूना भी नहीं चाहिए। सिर्फ व्रती ही नहीं बल्कि घर के बाकी के लोगों को भी इस दिन खट्टी चीज नहीं खानी चाहिए।

- इस दिन घर के किसी भी सदस्य को मदिरा पान नहीं करना चाहिए। साथ ही तामसिक भोजन भी ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस दिन ऐसा करना अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि व्रत करने वाले पर माता संतोषी मां की कृपा आती है। व्रत रखने वाले की मनोकामना पूरी होती है तो वहीं कुंवारो को योग्य जीवनसाथी मिल सकता है।

- वहीं, संतोषी माता को भोग लगाने के लिए आप गुड़ और चने का इस्तेमाल करें। इस प्रसाद को खुद भी अवश्य खाएं।

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