होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

CM जयराम ठाकुर ने कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए उपायुक्तों को दिए दिशा-निर्देश

CM जयराम ठाकुर ने कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए उपायुक्तों को दिए दिशा-निर्देश

 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोरोना वायरस के संक्रमण के संदर्भ में देश के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से बातचीत की। वही, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके उपरान्त प्रदेश के उपायुक्तों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस करते हुए उन्हें प्रधानमंत्री के आह्वान पर 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' को सफल बनाना सुनिश्चित करने को कहा।

उन्होंने कहा कि यह प्रयास किए जाएं कि लोगों को इस दिन घरों के अंदर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। जय राम ठाकुर ने कहा कि स्थिति की निगरानी के लिए राज्य एवं जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं तथा काॅल सेंटर 104 भी आरम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी राजकीय मेडिकल काॅलेजों सहित 18 स्वास्थ्य संस्थानों में आईसोलेशन वार्ड चिन्हित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला और टांडा मेडिकल काॅलेज में क्लीनिशियन प्रभारी नियुक्त किए गए हैं और दोनों मेडिकल काॅलेजों के माईक्रोबायोलाॅजी विभागों में सेेंपल एकत्र करने की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। उन्होंने कहा कि सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल काॅलेजों में एन-95 मास्क सहित निजी हिफाज़ती उपकरण (पीपीई) की सुविधा प्रदान की गई है, जिनमें 102 बिस्तरों की क्षमता है। जय राम ठाकुर ने कहा कि होटल व्यवसायियों से आग्रह किया गया है कि वे आगंतुकों को प्रेरित करें कि यदि वे पिछले 14 दिनों की अवधि में चीन या कोविड-19 प्रभावित देशों की यात्रा पर गए हैं तो स्वयं इसकी जानकारी प्रदान करें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर जिला परिषद, खण्ड समितियों और ग्राम सभाओं के साथ बैठकें कर स्वास्थ्य विभाग जनता और पंचायती राज संस्थानों को इस बारे में जागरूक कर रहा है। 8 मार्च, 2020 को महिला ग्राम सभाओं के माध्यम से प्रदेश में विशेष जागरूकता अभियान आयोजित किया गया था। हेल्पलाईन 104 काॅल सेंटर के रूप में चैबीसों घण्टे कार्य कर रही है। संदिग्ध मामले सामने आने की स्थिति में लोगों को परिवहन की सुविधा प्रदान करने के लिए तीन 108 एंबुलेंस पीपीई किट के साथ तैयार रखी गई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांगड़ा जिला में कोरोना वायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनके सैंपल आगामी जांच के लिए पूना भेजे गए हैं। उन्होंने कहा कि मुनाफाखोरी और जमाखोरी के मामलों में प्रदेश सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। सरकार ने बिजली और पानी जैसी विभिन्न सार्वजनिक उपयोगिताओं के बिलों के भुगतान की तिथि स्थगित कर दी है और इनके भुगतान पर अतिरिक्त राशि नहीं देनी होगी। जय राम ठाकुर ने कहा कि 22 मार्च, 2020 को जनता कर्फ्यू के दृष्टिगत प्रदेश में सभी प्रकार की बस सेवाएं बंद रहेंगी। आगामी आदेशों तक 21 मार्च, 2020 मध्यरात्रि से अंतर्राज्यीय कांट्रेक्ट कैरिएज को भी बंद कर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनजर राज्य पथ परिवहन निगम अपनी अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं के रूट को घटाकर 10 प्रतिशत से कम पर लाएगा और केवल दिल्ली, हरिद्वार और चण्डीगढ़ के लिए ही निगम की बस सेवाएं संचालित होंगी। इसके अतिरिक्त 21 मार्च, 2020 मध्यरात्रि से आगामी आदेशों तक प्रदेश के भीतर एचआरटीसी एवं निजी बसों के संचालन में 50 प्रतिशत कमी की जाएगी और किसी भी बस में क्षमता के 70 प्रतिशत से अधिक सवारियां नहीं बिठाई जाएंगी।

सभी उपायुक्तों ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए की गई तैयारियों के बारे में मुख्यमंत्री को जानकारी दी। मुख्य सचिव अनिल खाची, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जमवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव आरडी धीमान, प्रधान सचिव के.के पंत एवं संजय कुंडू, पुलिस महानिदेशक एसआर मरडी सहित प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें- Coronavirus: शिमला में मिला कोरोना वायरस का एक और संदिग्ध


संबंधित समाचार