नागालैंड और मणिपुर के पूर्व राज्यपाल और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के निदेशक रहे डॉ. अश्वनी कुमार ने बुधवार को ब्रोकोहर्स्ट (शिमला) स्थित अपने आवास पर खुदकशी कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक मोहित चावला और पुलिस के अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वही, पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें लिखा है, 'जिंदगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं।'
बताया जा रहा है कि अश्वनी कुमार कुछ समय से बीमार और अवसाद से पीड़ित थे। अनेक उच्च पदों पर रहे अश्वनी के इस कदम से हर कोई स्तब्ध है। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी अश्वनी कुमार 23 जुलाई 2013 से 31 दिसम्बर 2013 तथा इससे पहले मार्च 2013 से नागालैंड के राज्यपाल भी रहे।
In a suicide note, he has written that his soul was embarking on a new journey & everyone needed to be happy. He has written that there should be no rituals or ceremonies: Himachal Pradesh DGP Sanjay Kundu on suicide by former Governor of Nagaland & Manipur, Ashwani Kumar https://t.co/wzWrHPV1HM pic.twitter.com/MSHZbXuf9Y
— ANI (@ANI) October 7, 2020
इसके अलावा दो अगस्त 2008 से 30 नवम्बर 2010 तक वह सीबीआई के निदेशक पद पर भी रहे। अश्वनी कुमार सीबीआई पहले ऐसे प्रमुख थे जिन्हें वर्ष 2013 में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राज्यपाल बनाया था। इससे पहले वह अगस्त 2006 से जुलाई 2008 तक हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक पद भी रहे।
यह भी पढ़ें- अटल टनल को लेकर राहुल गांधी ने PM मोदी पर साधा निशाना, बोले- सवालों का सामना...