Uttarakhand Jungle: जहां एक तरफ पूरे देश में भयंकर गर्मी का हाहाकार है तो वहीं दूसरी और उत्तराखंड के जंगलों में इन दिनों भयंकर आग से तांडव मचा हुआ है। एक अनुमान के अनुसार आग करीब 1144 हैक्टेयर के इलाके में फैल गई है और सबसे अधिक आग उन इलाको में लगी है, जहां चीड़ के पेड़ ज्यादा हैं।
आग की यह घटनाएं इतनी इतनी ज्यादा बढ़ गई हैं कि यह रिहायशी इलाकों तक भी पहुंच गई है और इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। साथ ही आग के कारण वन्य जीवों को भी नुकसान पहुंच रहा है। प्रदेश में पहाड़ी क्षेत्र हो या फिर सड़कों के किनारे आग का तांडव हर जगह मचा हुआ है। सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा आग पर काबू पाने के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन कई जगहों पर नाकामी साबित हो रहे हैं।
उत्तराखंड वन विभाग के अनुसार कुमाऊं मंडल में आग लगने के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, वहीं गढ़वाल मंडल में भी आग लगने की काफी घटनाएं सामने आई हैं। हालांकि वन विभाग द्वारा तत्काल प्रभाव से आग को नियंत्रण करने के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
सीएम की ग्रामवासियों से अपील
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्य में हो रही जंगलों में आग की घटनाओं को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैटक की थी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आपस में समन्वय स्थापित कर एक ऐसा तंत्र बनाएं जिससे जंगल की आग पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंडवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा, 'वन संपदा हमारी विरासत है, जिसे हमें हर कीमत पर सुरक्षित रखना है'।
उत्तराखण्ड सदन, नई दिल्ली में वनाग्नि की रोकथाम हेतु किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए वर्चुअल रुप से जुड़े उच्चाधिकारियों को जल्द से जल्द वनाग्नि पर पूरी तरह नियंत्रण पाने के साथ ही सभी वन प्रभागों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। DFO… pic.twitter.com/SkjNHHvf5v
— Pushkar Singh Dhami (Modi Ka Parivar) (@pushkardhami) May 4, 2024
आदरणीय प्रमुख वन संरक्षक, उत्तराखण्ड वन विभाग, डॉ धनंजय मोहन जी द्वारा, वन अग्नि नियंत्रण समीक्षा बैठक की गई। इस सत्र के दौरान, सभी अलर्टों पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के महत्व पर जोर देते हुए, तत्काल प्रभाव से आग को नियंत्रित करने के लिए विशिष्ट निर्देश जारी किए गए। pic.twitter.com/dfLz45c27y
— Uttarakhand Forest Department (@ukfd_official) May 5, 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव सचिव राधा रतूड़ी को सभी जिलाधिकारियों को एक सप्ताह का नोटिस देकर जंगल की आग की नियमित निगरानी के निर्देश जारी करने को कहा। इस दौरान सीएम धामी ने सभी जिलााधिकारियों को तत्काल प्रभाव से एक सप्ताह के लिए सभी प्रकार के चारे को जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के आदेश देने को भी कहा। इसके अलावा शहरी निकायों को जंगलों में या उसके आसपास अपने ठोस कचरे को जलाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए भी कहा गया है।