होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने जारी की एडवाइजरी, कटड़ा में धारा 144 लागू

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने जारी की एडवाइजरी, कटड़ा में धारा 144 लागू

 

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप से धार्मिक स्थल भी सतर्क हो गए हैं। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को जहां हैंड वॉश से हाथ धुलवाने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं, अब श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने भी एडवाइजरी जारी कर दी है।

श्राइन बोर्ड ने विदेश से आए श्रद्धालुओं या अप्रवासी भारतीयों को भारत पहुंचने के बाद कम से कम 28 दिन तक माता वैष्णो देवी मंदिर न आने की सलाह दी है। देश के ऐसे श्रद्धालुओं को भी यात्रा का कार्यक्रम स्थगित करने की सलाह दी है, जिन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण हों।

एसएमवीडीएसबी ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रभाव से बचाने लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं। मंदिर प्रशासन कटरा से मां के भवन तक के रास्ते में लगे बहुद्देशीय ऑडियो प्रणाली से कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने वाले संदेश प्रसारित कर रहा है। बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा प्रत्येक यात्री की ताराकोट, बाणगंगा और हैलीपैड पर बुखार की जांच की जाएगी।

एसएमवीडीएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि कटरा रेलवे स्टेशन, हैलीपैड, निहारिका परिसर में मौजूद पूछताछ और आरक्षण केंद्र पर विशेष डेस्क स्थापित किया गया है जहां पर कोरोना वायरस प्रभावित देशों के श्रद्धालु को एक फॉर्म के जरिये अपनी विस्तृत जानकारी देनी होगी। गौरतलब है कि विदेशों से हजारों श्रद्धालु जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकूटा की पहाड़ी पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर के दर्शन करने आते हैं।

जम्मू कश्मीर में 2157 व्यक्ति निगरानी में
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने रविवार को कहा कि इस केंद्र शासित प्रदेश में 2,157 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें यात्री एवं कोरोना वायरस के संदिग्ध मामलों के साथ सम्पर्क में आये व्यक्ति शामिल हैं। कोरोना वायरस को लेकर जारी दैनिक मीडिया बुलेटिन के अनुसार 1829 लोगों को घरों पर पृथक रखा गया है और 29 व्यक्ति अस्पताल में पृथक रखे गए हैं, जबकि 131 व्यक्तियों को घर पर निगरानी में रखा गया है। 

इसमें कहा गया कि 101 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, इनमें से 87 की रिपोर्ट में संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। इसमें कहा गया कि अभी तक संक्रमण के मात्र दो मामले की पुष्टि हुई आए है, जबकि 12 मामलों की रिपोर्ट का इंतजार है। इसमें कहा गया कि कुल 168 व्यक्तियों ने 28 दिन तक पृथक रहने की अवधि पूरी कर ली है। 

जम्मू प्रशासन ने लगाया सम्मेलन, धरना, रैली और विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध
वहीं दूसरी ओर, कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए जम्मू प्रशासन ने एक और एहतियाती कदम उठाते हुए सभी प्रकार के सम्मेलन, रैली और विरोध प्रदर्शन पर 31 मार्च तक रोक लगाने का निर्णय रविवार (15 मार्च) को लिया। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष और जम्मू की जिलाधिकारी सुषमा चौहान ने लोगों से आग्रह किया है कि वे ऐसे किसी भी प्रकार के सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन सामुदायिक, धार्मिक अथवा सार्वजनिक स्थान पर नहीं करें जहां चार से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने की संभावना हो।

जम्मू कश्मीर सरकार ने पिछले सप्ताह सभी शैक्षणिक संस्थान, सिनेमाघर, स्विमिंग पूल इत्यादि बंद कर दिए थे। ताजा आदेश में चौहान ने लंगर/भंडारे के आयोजन, ढाबा, रेस्तरां, बार, खानपान के स्थल, सड़क किनारे खाने पीने के स्थलों आदि को भी बंद करने का आदेश दिया है। उन्होंने लोगों से सम्मेलन, रैली, धरना, प्रदर्शन का आयोजन नहीं करने को कहा है, हालांकि लोगों के रोजमर्रा का सामान खरीदने जाने पर किस भी प्रकार की रोक नहीं है। फल एवं सब्जी विक्रेताओं की दुकानें खुली रहेंगी ताकि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित न हो।  


संबंधित समाचार