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42 हाथियों के झुंड ने रातों रात गांव पर किया कब्जा, घर छोड़ स्कूल में छिपने को मजबूर हुए ग्रामीण

42 हाथियों के झुंड ने रातों रात गांव पर किया कब्जा, घर छोड़ स्कूल में छिपने को मजबूर हुए ग्रामीण

 

बैकुंठपुर: सकड़ा सर्कल में कटघोरा, कोरिया के रास्ते मप्र की ओर गया 42 हाथियों (Elephants) का दल खड़गवां वन परिक्षेत्र में एक बार फिर घुस आया है। हाथियों ने यहां आते ही खेत, खलिहान में पके धान के साथ अनाज, महुआ के लिए कच्चे मकानों पर कब्जा कर लिया है। हाथी दल महादेवपाली, मेंड्रा, नेवरी, बेहबहरा, धौराठी के गांव के आसपास जंगल में घूम रहा है। इस पर रेंजर अर्जुन सिंह ने बताया कि गांव में वन विभाग की टीम बनी हुई है। गांव वालों को हाथियों से सतर्क रहने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही लोगों को हाथियों से दूर रहने के लिए सुरक्षात्मक उपाय भी बताए जा रहे हैं। डीएफओ (DFO) के निर्देश पर गजराज टीम लगातार यहां हाथियों पर अपनी नजर बनाए हुए है।
दरअसल, देर रात हाथियों ने गांव में पहुंचकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया। इससे पहले दल ने लालपुर, जरौंधा, फुनगा में 20 किसानों की फसल को अपने पैरों तले रौंद कर खराब कर दिया था। वहीं एक मकान को तोड़ दिया था। कच्चे मकानों को तोड़कर हाथी घर के अंदर रखा सारा राशन और धान चट कर गए। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण बेहद परेशान हैं। नेवरी, पैनारी गांव में सोमवार, मंगलवार रात गांव में घुसे हाथियों ने करीब 3 कच्चे मकान को तोड़ दिया और घर के अंदर रखा सारा राशन खा गए।

वहीं 35 किसानों की फसलें को भी तहस-नहस कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। हाथियों के डर से सारी रात ग्रामीण स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र में रह रहे है। वन विभाग की टीम ने प्रभाविता ग्रामीणों को भोजन करवाया, साथ ही उनकी सुरक्षा में पूरी रात गांव में डटे रहे। सूचना मिलने पर रात में ही वन विभाग व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई थी। प्रभावित ग्रामीणों को पैनारी के ग्राम पंचायत, स्कूल व आंगनबाड़ी सहित सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है। ग्रामीणों को पंचायत और  वन विभाग की ओर से खाने-पीने, रहने की सुविधा उपलब्ध कराई गई।

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