होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
सेहत
नॉलेज
फैशन/लाइफ स्टाइल
अध्यात्म

 

149 साल बाद बन रहा संयोग, गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का साया

149 साल बाद बन रहा संयोग, गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का साया

 

इस वर्ष 16 और 17 जुलाई को 149 साल बाद गुरु पूर्णिमा पर चन्द्रग्रहण का साया रहेगा। 16 जुलाई को दोपहर डेढ़ बजे ग्रहण का सूतककाल शुरू होगा। श्रद्धालु डेढ़ बजे से पूर्व ही गुरु की पूजा-अर्चना कर पाएंगे। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा। ज्योतिष शास्त्रियों के अनुसार 149 साल पहले यानि 12 और 13 जुलाई, 1870 को ऐसा हुआ था जब गुरु पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण एक साथ पड़े थे। उस समय चंद्रमा शनि, राहु और केतु के साथ धनु राशि में था। साथ ही सूर्य और राहु एक साथ मिथुन राशि में प्रवेश कर गए थे।

इस बार भी 2019 में यह चंद्र ग्रहण आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानि गुरु पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है। गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। भारत के अलावा एशिया, यूरोप, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा।

इस चंद्र ग्रहण के समय राहु और शनि चंद्रमा के साथ धनु राशि में स्थित रहेंगे। ग्रहों की ऐसी स्थिति होने के कारण ग्रहण का प्रभाव और भी अधिक नजर आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि राहु और शुक्र सूर्य के साथ रहेंगे। साथ ही चार विपरीत ग्रह शुक्र, शनि, राहु और केतु के घेरे में सूर्य रहेगा। इस स्थिति में मंगल नीच का हो जाएगा। ग्रहण के समय ग्रहों की ये स्थिति तनाव बढ़ाने वाला साबित होगा। ऐसे में प्राकृतिक आपदाएं आने की आशंका रहेगी।

 


संबंधित समाचार