बैंकों का कर्ज लेकर देश छोड़ने वाले कारोबारी विजय माल्या ने कहा है कि वह ब्रिटिश कोर्ट के आदेश पर पूरी मदद करेंगे लेकिन बैंकों को कुछ मिलेगा नहीं क्योंकि उनके परिवार के भव्य घर उनके नाम पर नहीं हैं. माल्या का कहना है कि वह अपनी ब्रिटिश संपत्ति सौंप देंगे. लेकिन एक लग्जरी घर उनके बच्चों और लंदन में एक घर उनकी मां के नाम है इसके चलते कोई इन्हें छू भी नहीं सकता है.
साथ ही माल्या ने कहा कि, 'मैंने ब्रिटिश कोर्ट को मेरी यहां की संपत्ति से जुड़ा हुआ एफिडेविट दिया है. यह संपत्ति जब्त करने के आदेश के अनुसार है, इसे वे बैंकों को दे सकते हैं. कुछ कारें, थोड़े से गहने हैं और मैंने कहा ठीक है. आपको इन्हें जब्त करने के लिए मेरे घर आने की जरूरत नहीं है. मैं खुद उन्हें यह सौंप दूंगा. मुझे समय और जगह बता दो.'
बता दें कि भारत विजय माल्या को प्रत्यर्पित करने की कोशिशों में जुटा हुआ है. इस मामले में सितम्बर तक फैसला आ सकता है. 31 जुलाई बयान दर्ज करने की आखिरी तारीख है. माल्या पर बैंकों का 9000 करोड़ रुपये का लोन बकाया है.