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भारत-चीन के बीच 10वें दौरे की वार्ता आज, गोगरा-हॉट स्प्रिंग-डेपसांग से सैनिकों की वापसी पर होगी बात

भारत-चीन के बीच 10वें दौरे की वार्ता आज, गोगरा-हॉट स्प्रिंग-डेपसांग से सैनिकों की वापसी पर होगी बात

 

पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों की वापसी के बाद भारत और चीन के बीच आज 10वें दौर की बैठक होगी। इस बैठक में पूर्वी लद्दाख के गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और देपसांग क्षेत्रों से भी सैनिकों की वापसी के विषय पर बातचीत होगी। ये बैठक एलएसी (LAC) पर चीन की तरफ मोल्दो सीमा बिंदु पर सुबह 10 बजे शुरू होगी।  वार्ता में भारत के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे। वहीं, चीनी पक्ष का नेतृत्व मेजर जनरल लिउ लिन करेंगे।

चीन ने आधिकारिक तौर पर कबूला गलवान में हुई झड़प

इसी बीच चीन ने पहली बार आधिकारिक तौर पर कहा है कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे। बता दें कि गलवान घाटी में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे। जबकि अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत और चीन के बीच हुई इस झड़प में चीन के करीब 35 सैनिक हताहत हुए थे।

भारत चीन के बीच 9 महीने सैन्य गतिरोध जारी

भारत और चीन के बीच करीब पिछले नौ महीनों से सैन्य गतिरोध जारी है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 11 फरवरी को संसद में कहा था कि भारत और चीन के बीच पैंगोंग झील क्षेत्र से सैनिकों को चरणबद्ध तरीके से हटाने को लेकर समझौता हो गया है। इस समझौते के अनुरूप चीन अपनी सेना को हटाकर पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर आठ क्षेत्र की पूर्व दिशा की ओर ले जाएगा। भारत अपनी सैन्य टुकड़ियों को फिंगर तीन के पास अपने स्थायी शिविर धन सिंह थापा पोस्ट पर रखेगा। इसी तरह का कदम पैंगोंग झील के दक्षिणी तट क्षेत्र में उठाया जाएगा।

48 घंटे के भीतर दोनों पक्षों के वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक

रक्षा मंत्री ने कहा था कि पैंगोंग झील क्षेत्र में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के 48 घंटे के भीतर दोनों पक्षों के वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक अन्य सभी मुद्दों को हल के लिए बुलाई जाएगी। दोनों देशों के सैनिक समझौते के अनुरूप अपने-अपने ठिकानों पर पीछे लौट गए हैं। बता दें कि सैन्य वापसी की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई थी।

भारत-चीन के बीच हिंसक संघर्ष के बाद सैन्य गतिरोध

भारत और चीन के बीच पिछले साल पांच मई को पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक संघर्ष के बाद सैन्य गतिरोध शुरू हुआ था। इसके बाद दोनों देशों की तरफ से बदलते घटनाक्रम को देखते हुए दोनों पक्षों ने भारी संख्या में सैनिकों और घातक अस्त्र-शस्त्रों की तैनाती कर दी थी। गतिरोध के लगभग पांच महीने बाद भारतीय सैनिकों ने कार्रवाई करते हुए पैंगोंग झील के दक्षिणी छोर क्षेत्र में मुखपारी, रेचिल ला और मगर हिल क्षेत्रों में सामरिक महत्व की कई पर्वत चोटियों पर कब्जा कर लिया था। भारतीय सेना ने मंगलवार को एक वीडियो जारी किया था जिसमें पैंगोंग क्षेत्र में चीनी सैनिक वापस जाते, अपने बंकरों को तोड़ते, शिविरों और अन्य ढांचे को हटाते दिखाई दिए।

यह भी पढ़ें- चीन ने पहली बार माना, गलवान में भारतीय सेना के साथ झड़प में 5 सैनिकों की मौत हुई


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