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वाइस चीफ एयर मार्शल ने भरी राफेल में उड़ान, अब ना'पाक' हरकत नहीं कर पाएगा पाक

वाइस चीफ एयर मार्शल ने भरी राफेल में उड़ान, अब ना'पाक' हरकत नहीं कर पाएगा पाक

 

पेरिस. भारतीय वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल आरकेएस भदौरिया गुरुवार को फ्रांस के मोंट डे मार्सन एयरबेस पर चल रहे इंडो-फ्रेंच एयरफोर्स के अभ्यास ‘गरुड़ 6’ में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि फ्रांस के राफेल और रूस के सुखोई-30 लड़ाकू विमानों की जोड़ी पाकिस्तान और बाकी दुश्मनों के लिए जंग के दौरान मुसीबत बनेगी.

भदौरिया ने कहा, "भारतीय वायु सेना में टेक्नोलॉजी और हथियार के रूप में राफेल एक बार फिर गेम चेंजर साबित होगा. आने वाले सालों में यह आक्रमक मिशनों और युद्ध जैसी स्थितियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा."

वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ आरकेएस भदौरिया ने राफेल को उड़ाने के बाद कहा कि राफेल दुनिया का बेहतरीन विमान है. इसके भारतीय वायुसेना के पास आने से भारतीय वायुसेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी. सुखोई और राफेल की जोड़ी की ताकत के आगे पाकिस्तान और चीन अब भारत के खिलाफ कोई भी नापाक हरकत नहीं कर पाएंगे.
फ्रांस के पास इस समय राफेल, अल्फा जेट, मिराज 2000, C135, E3F, C130 और कासा जैसे लड़ाकू विमान हैं. फिलहाल भारतीय वायुसेना और फ्रांस की वायुसेना के बीच होने वाले इस युद्धाभ्यास में भारतीय पायलट और कर्मियों को राफेल जेट विमानों के बारे में बहुत सी बातें जानने का अवसर दे रहा है. गौरतलब है कि बालाकोट हवाई हमले के बाद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा था कि अगर हमारे पास राफेल लड़ाकू विमान होता तो नतीजे कुछ और होते. ऐसे में अब आने वाले दिनों में सुखोई और राफेल लड़ाकू विमानों की जोड़ी पाकिस्तान और चीन को भारत के सामने टिकने नहीं देंगे.
आने वाले दो महीनों के अंदर भारत को पहला लड़ाकू विमान मिल जाएगा. इस बात की जानकारी इस महीने की शुरुआत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जीगलर ने दी थी. जीगलर ने बताया था कि भारतीय वायुसेना को सभी 36 लड़ाकू विमान अगले दो साल में सौंप दिए जाएंगे.


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