पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और सत्तारूढ़ कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों ने विश्वासमत में सरकार की हार के बाद सोमवार को उप राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पर मतदान से पूर्व ही मुख्यमंत्री वी नारायणसामी और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य विधायकों ने सदन से बहिर्गमन किया। मुख्यमंत्री राजनिवास पहुंचे और उप राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा।
वही, नारायणसामी ने उप राज्यपाल तमिलिसाई से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, "मैंने, मंत्रियों ने , कांग्रेस और द्रमुक विधायकों और निर्दलीय विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है और इन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए।" इसके अलावा उन्होंने कहा, "स्पीकर का फैसला गलत है। केंद्र में भाजपा सरकार, एनआर कांग्रेस और AIADMK 3 नामित सदस्यों द्वारा इस्तेमाल की गई मतदान शक्ति का उपयोग करके हमारे सरकार को भंग करने में सफल रहे हैं। यह लोकतंत्र की हत्या है। पुडुचेरी और इस देश के लोग उन्हें एक सबक सिखाएंगे।"
The Speaker's ruling is incorrect. BJP govt at the Centre, NR Congress & AIADMK have succeeded in dislodging our govt by using voting power used by 3 nominated members. This is murder of democracy. The people of Puducherry and this country will teach them a lesson: V.Narayanasamy pic.twitter.com/mMkfBD0erQ
— ANI (@ANI) February 22, 2021
हालांकि उन्होंने अगले कदम को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। सरकार को द्रमुक और निर्दलीय विधायक भी समर्थन दे रहे थे। बता दें कि कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के रविवार को इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं।
यह भी पढ़ें- राकेश टिकैत बोले- किसानों के आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने जल्द जाऊंगा गुजरात