कल चांद के दीदार के बाद देशभर में आज यानि सोमवार को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने ईद की बधाई दी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'ईद मुबारक, ईद-उल-फितर की बधाई। इस विशेष अवसर पर करुणा, भाईचारे और सद्भाव की भावना को आगे बढ़ाएं। सभी लोग स्वस्थ और समृद्ध रहें।'
Eid Mubarak!
— Narendra Modi (@narendramodi) May 25, 2020
Greetings on Eid-ul-Fitr. May this special occasion further the spirit of compassion, brotherhood and harmony. May everyone be healthy and prosperous.
इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संदेश में लोगों से कहा कि सामाजिक दूरी के नियम का पालन करने का संकल्प लें और कोरोना वायरस की चुनौती से जल्द पार पाने व सुरक्षित रहने के लिए अन्य सभी एहतियात बरतें। वही, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कामना की, 'ईद-उल-फितर से जुड़े महान आदर्श हमारे जीवन में स्वास्थ्य, शांति, समृद्धि और सद्भाव लेकर आएं।'
ईद मुबारक!
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 25, 2020
यह त्योहार प्रेम, शांति और भाईचारे का प्रतीक है। ईद पर हमें समाज के जरूरतमंद लोगों का दर्द बांटने और उनके साथ ख़ुशियाँ साझा करने की प्रेरणा मिलती है।
आइए, इस मुबारक मौके पर हम ज़कात की भावना को मजबूत बनाएं और कोविड-19 की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
बता दें कि पुरे विश्व में फैले कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन लागू है। ऐसे में दिल्ली के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं ने रविवार को लोगों से अपील की कि वे ईद मनाते समय सामाजिक मेलजोल से दूरी के नियम पर अमल के साथ-साथ लॉकडाउन नियमों का पालन करें। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि चांद दिख गया है और सोमवार (25 मई) को ईद मनाई जाएगी।
उन्होंने कहा, 'हमने लोगों से एक-दूसरे को गले लगाने और हाथ मिलाने से बचने के लिए कहा है।' वही, जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने लोगों से सादगी से ईद मनाने और गरीब लोगों तथा अपने पड़ोसियों की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा, 'कोरोना वायरस के कारण ईद की नमाज पारंपरिक तौर पर अदा नहीं की जा सकेगी, लेकिन लोगों समझना चाहिए कि केवल सावधानी बरतने से ही वायरस को हराया जा सकता है।'
तो इसलिए मनाई जाती है ईद-उल-फितर
जानकारी के लिए आपको बता दें कि ईद-उल-फितर मुसलमानों का सबसे बड़ा त्योहार है, जो रमजान के महीने के पूरा होने पर मनाया जाता है। ईद-उल-फितर का त्योहार रमजान के 29 या 30 रोजे रखने के बाद चांद देखकर मनाया जाता है। बता दें कि ईद-उल-फितर का चांद दिखाई देने के बाद रमजान का महीना खत्म हो जाता है और शव्वाल का महीना शरू होने के साथ ईद मनाई जाती है, इसलिए चांद के हिसाब की वजह से दुनियाभर में ईद मनाने की तारीख अलग-अलग होती है।
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