महिला सुरक्षा को लेकर महामहीम राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, पॉक्सो एक्ट के तहत सज़ा पाए दुष्कर्म के अपराधियों को दया याचिका का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहा कि इस बारे में कानून संशोधन का काम संसद को करना होगा, लेकिन सबकी सोच इसमें एक होनी चाहिए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को राजस्थान के सिरोही में एक कार्यक्रम में ये बात कही। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में 27 नवंबर को महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसे जलाकर मारने के चारों आरोपियों का पुलिस ने आज एनकाउंटर कर दिया। जानकारी के मुताबिक पुलिस चारो आरोपियों को वारदात की जगह ले जा रही थी, जहां इन लोगों ने पुलिस का हथियार छीन कर फायरिंग की और भागने की कोशिश की, इसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया।
#WATCH "Women safety is a serious issue. Rape convicts under POCSO Act should not have right to file mercy petition. Parliament should review mercy petitions,"President Ram Nath Kovind at an event in Sirohi, Rajasthan pic.twitter.com/0noGCUaNhQ
— ANI (@ANI) December 6, 2019
इस घटना के बाद पीड़िता के पिता और उसकी बहन मीडिया के सामने आए और कहा, आज हम सरकार और पुलिस के शुक्रगुजार हैं। पीड़िता की बहन ने कहा है कि आज हमारे साथ न्याय हो गया है। आज जो हुआ है वह अपराधियों के लिए एक उदाहरण है। वहीं पिता ने कहा है कि हमें 10 दिन बाद आखिरकार न्याय मिल गया। आज हमारी बच्ची को इंसाफ मिल गया है।
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